S. S. Rajamouli Birthday : देश का ऐसा डायरेक्टर, जिसने नहीं दी है एक भी फ्लॉप फिल्म, 2 फिल्में तो 1000 करोड़ के क्लब में शामिल
एस. एस. राजामौली (S. S. Rajamouli) भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के सबसे प्रतिभाशाली और सफल निर्देशकों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी अद्वितीय कहानी कहने की शैली और भव्य विजुअल्स से भारतीय सिनेमा में एक नया मानदंड स्थापित किया है। वे विशेष रूप से अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्मों “बाहुबली: द बिगिनिंग” (2015) और “बाहुबली: द कन्क्लूज़न” (2017) के लिए जाने जाते हैं, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाई।
प्रारंभिक जीवन
एस. एस. राजामौली का जन्म 10 अक्टूबर 1973 को कर्नाटक के रायचूर में हुआ था। उनके पिता के. वी. विजयेंद्र प्रसाद एक प्रसिद्ध फिल्म लेखक हैं, जिन्होंने भी कई हिट फिल्मों की कहानियां लिखी हैं। राजामौली का बचपन फिल्मों और कहानियों से भरा हुआ था, और उनके पिता का फिल्म उद्योग से जुड़ा होना उनके फिल्म निर्माण में जाने का मुख्य कारण बना।
करियर की शुरुआत
राजामौली ने अपने करियर की शुरुआत तेलुगु टेलीविज़न शो निर्देशित करने से की। बाद में, उन्होंने अपना ध्यान फिल्म निर्देशन की ओर केंद्रित किया और 2001 में तेलुगु फिल्म “स्टूडेंट नंबर 1” से फिल्मी दुनिया में कदम रखा। उनकी दूसरी फिल्म “सिंबा” भी सफल रही और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
महत्वपूर्ण फ़िल्में
- मगधीरा (2009): यह राजामौली की पहली बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्म थी, जिसने उन्हें तेलुगु सिनेमा के प्रमुख निर्देशकों में शुमार किया।
- ईगा (2012): इस फिल्म ने उनकी कल्पनाशीलता और फिल्म निर्माण की नई सोच को दिखाया। फिल्म में एक मक्खी द्वारा बदला लेने की कहानी दिखाई गई, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
- बाहुबली फ्रेंचाइजी: बाहुबली सीरीज ने उन्हें भारतीय सिनेमा का अंतर्राष्ट्रीय चेहरा बना दिया। ये फिल्में भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्मों में शुमार हैं।
- आरआरआर (2022): इस फिल्म में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की पृष्ठभूमि पर आधारित एक काल्पनिक कहानी दिखाई गई। इसे भी बड़ी सफलता मिली और यह फिल्म भी उनकी प्रमुख उपलब्धियों में से एक बन गई।
पुरस्कार और सम्मान
- राजामौली ने अपने करियर में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं, जिनमें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी शामिल हैं।
- “बाहुबली: द कन्क्लूज़न” को भारत की सबसे बड़ी फिल्म परियोजना के रूप में देखा जाता है, जिसने न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में तहलका मचा दिया था।
- उन्हें उनके विजुअल इफेक्ट्स और भव्य सेट डिजाइन के लिए भी सराहा जाता है, जो भारतीय सिनेमा के लिए अभूतपूर्व थे।
एस. एस. राजामौली की फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है और वे भविष्य में भी इस इंडस्ट्री में नए मानदंड स्थापित करने की क्षमता रखते हैं।