श्रेया त्यागी : SBI में पिता अफसर, DU, JNU से BA, MA, चार बार क्रैक किया UPSC, ऐसे सपना हुआ हकीकत
श्रेया त्यागी की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सिविल सेवा में करियर बनाना चाहते हैं। उनके बारे में संक्षेप में मुख्य बातें:
🧕 श्रेया त्यागी की प्रोफाइल:
- पिता: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में अधिकारी
- शिक्षा:
- B.A. — दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU)
- M.A. — जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU)
- UPSC सफर: चार बार परीक्षा दी और अंततः सफलता प्राप्त की
- प्रयासों की विशेषता:
- लगातार मेहनत और दृढ़ संकल्प
- हर बार असफलता से सीख ली और अगली रणनीति बदली
- सफलता का मंत्र: टाइम मैनेजमेंट, मॉक टेस्ट, करंट अफेयर्स की मजबूत पकड़
UPSC की तैयारी करने वालों के लिए प्रेरणा:
- अच्छे कॉलेज से पढ़ाई जरूरी नहीं, लेकिन दृढ़ नीयत और निरंतर प्रयास जरूरी है
- हर असफलता एक सीढ़ी है सफलता तक पहुंचने की
अगर आप चाहें तो मैं श्रेया त्यागी की UPSC स्ट्रैटेजी, टाइम टेबल, या इंटरव्यू टिप्स भी शेयर कर सकता हूँ।
श्रेया त्यागी ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में 31वीं रैंक हासिल कर अपने सपने को साकार किया। यह रैंक न केवल उनकी मेहनत, बल्कि उनके फोकस, रणनीति और लगातार प्रयासों का परिणाम है।

⭐ श्रेया त्यागी की सफलता की प्रमुख बातें:
- चार बार UPSC का प्रयास किया, और हर बार खुद को बेहतर बनाया।
- 31वीं रैंक के साथ उनका चयन IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) के लिए हुआ।
- उन्होंने कहा कि समय का प्रबंधन, NCERT और स्टैंडर्ड बुक्स का सही उपयोग, और आत्मविश्वास उनकी सफलता की कुंजी रहे।
उनकी सलाह UPSC अभ्यर्थियों के लिए:
- सिलेबस को अच्छे से समझें, और उसी के अनुसार तैयारी करें।
- रिवीजन और मॉक टेस्ट को तैयारी का अनिवार्य हिस्सा बनाएं।
- करंट अफेयर्स की अपडेटेड जानकारी रखें (दैनिक समाचार और मासिक मैगज़ीन से)।
अगर आप चाहें, तो मैं आपको उनकी प्रेरणादायक रणनीति पर आधारित एक UPSC तैयारी प्लान भी बना सकता हूँ।
जी हां, श्रेया त्यागी ने अपनी पढ़ाई भारत के दो प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से पूरी की:
📘 शैक्षणिक पृष्ठभूमि:
- B.A. (स्नातक): दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU)
- यहां से उन्होंने अपना ग्रेजुएशन किया, जो उनके UPSC के बेस को मजबूत बनाने में सहायक रहा।
- M.A. (स्नातकोत्तर): जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU)
- JNU से उन्होंने राजनीति विज्ञान (Political Science) या अंतरराष्ट्रीय संबंध जैसे विषय में मास्टर्स किया (संभावित), जिससे उनकी वैकल्पिक (optional) विषय की पकड़ मजबूत हुई।
विश्वविद्यालयों की भूमिका:
- DU ने उन्हें अकादमिक नींव दी और पहली बार सिविल सेवा की प्रेरणा यहीं से मिली।
- JNU का माहौल, डिस्कशन-सेशन और रिसर्च-ओरिएंटेड स्टडी ने उन्हें एनालिटिकल अप्रोच और उत्तर लेखन में दक्ष बनाया।
अगर आप DU या JNU में पढ़ाई की तैयारी कर रहे हैं, तो मैं आपको प्रवेश गाइड, कोर्स डिटेल्स या कैम्पस अनुभव भी बता सकता हूँ।
बिलकुल, श्रेया त्यागी के लिए UPSC का लक्ष्य सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि जुनून था—और वह था IFS (Indian Foreign Service) अधिकारी बनना।
🌍 IFS बनने का सपना:
- श्रेया की सोच थी कि वो भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करें।
- उन्हें अंतरराष्ट्रीय संबंध, विदेश नीति, और राजनयिक सेवा में गहरी रुचि थी।
- यही कारण है कि उन्होंने UPSC में अपने टॉप प्रेफरेंस में IFS को रखा।
UPSC 31वीं रैंक से मिली मंज़िल:
- उनकी मेहनत, बार-बार की तैयारी और धैर्य ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया।
- 31वीं रैंक के चलते उन्हें IFS सेवा मिलना लगभग तय था, और उन्होंने अपने सपने को साकार किया।