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खटाखट घट रहा कर्ज, धड़ाधड़ हो रही डील और दनादन मिल रहे नए आर्डर…ऐसे ही दौड़ते रहे तो बड़े भाई से आगे निकल जाएंगे अनिल अंबानी !

खटाखट घट रहा कर्ज, धड़ाधड़ हो रही डील और दनादन मिल रहे नए ऑर्डर… अनिल अंबानी की जबरदस्त वापसी की कहानी!

कभी कर्ज़ में डूबे और व्यापारिक दुनिया से लगभग गायब हो चुके अनिल अंबानी अब एक बार फिर से सुर्खियों में हैं – और इस बार वजह बेहद सकारात्मक है। जहां बड़े भाई मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के जरिए वैश्विक स्तर पर राज कर रहे हैं, वहीं अनिल अंबानी की कंपनियों में भी अब तेज़ी से उलटफेर और उभार देखने को मिल रहा है।


🔁 खटाखट घट रहा कर्ज़

  • Reliance Power, Reliance Infra जैसी कंपनियों ने पिछले कुछ महीनों में अपना कर्ज़ भारी मात्रा में घटाया है
  • कर्जदाताओं से सुलह, एसेट सेल और कैश फ्लो में सुधार के चलते बैलेंस शीट मजबूत हो रही है।
  • 2023-24 में ही अरबों का कर्ज चुकाया गया।

🤝 धड़ाधड़ हो रही डील्स

  • अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनियां लगातार नई पार्टनरशिप और स्ट्रैटेजिक डील्स कर रही हैं।
  • डिफेंस, पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में नए निवेशकों की रुचि बढ़ी है।
  • विदेशी कंपनियां भी अब R-Infra और R-Power के साथ काम करने में दिलचस्पी दिखा रही हैं।

📦 दनादन मिल रहे नए ऑर्डर

  • हाल ही में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर को कई सरकारी और निजी प्रोजेक्ट्स में बड़ी भूमिकाएं मिली हैं।
  • डिफेंस सेक्टर में भी Reliance Naval & Engineering को नए ऑर्डर मिल रहे हैं।

📈 शेयर बाजार में मची हलचल

  • अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयरों में पिछले कुछ महीनों में 50% से ज्यादा उछाल देखा गया है।
  • निवेशकों का भरोसा फिर से लौट रहा है, छोटे निवेशक भी अब इन शेयरों में रुचि दिखा रहे हैं।

🧑‍💼 क्या अनिल बनेंगे ‘बाउंस-बैक किंग’?

कभी दिवालिया होने के कगार पर खड़ी कंपनियां अब मुनाफे में आ रही हैं।
अनिल अंबानी खुद एक समय पर कोर्ट में बोले थे कि “मेरे पास देने को कुछ नहीं”, लेकिन अब स्थिति बिल्कुल उलट है।

अगर यही रफ्तार रही तो आने वाले सालों में अनिल अंबानी फिर से इंडियन बिजनेस वर्ल्ड के टॉप प्लेयर बन सकते हैं।


🆚 क्या ‘बड़े भाई’ को दे पाएंगे टक्कर?

मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज़ एक अलग ही स्तर पर है — Jio, Retail, Green Energy जैसी बड़ी ताकतें उनके पास हैं।
लेकिन अनिल अंबानी की वापसी की रफ्तार को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।


1. कर्ज में गिरावट – अब ‘ऋणमुक्ति’ की ओर

  • Reliance Power और Reliance Infra जैसी कंपनियों पर पहले हजारों करोड़ रुपये का बोझ था।
  • पिछले 2 सालों में एसेट मोनेटाइज़ेशन, नॉन-कोर प्रोजेक्ट्स की बिक्री और कर्ज पुनर्गठन के जरिए 10,000+ करोड़ रुपये का कर्ज घटाया गया
  • रेटिंग एजेंसियों ने भी कंपनियों की स्थिति को पहले से बेहतर माना है।

🔧 2. डिफेंस और इंफ्रा सेक्टर में नई जान

  • Reliance Naval & Engineering जो कभी NCLT की दहलीज पर था, अब उसे नए डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट्स मिलने लगे हैं।
  • महाराष्ट्र, यूपी, और एमपी में सड़क और बिजली परियोजनाओं में रिलायंस इंफ्रा को फिर से बड़ी भूमिका मिल रही है।

🤝 3. पार्टनरशिप और MOU

  • अनिल अंबानी समूह अब भारत में ही नहीं, विदेशी निवेशकों के साथ भी MOU पर हस्ताक्षर कर रहा है।
  • ग्रीन एनर्जी, रिन्यूएबल सेक्टर, AI & स्मार्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे भविष्य-केंद्रित क्षेत्रों में निवेश की तैयारी है।

📊 4. शेयर बाजार में रिकवरी की उड़ान

  • Reliance Infra, Reliance Power जैसे शेयरों में 300% तक उछाल देखी गई है (2023–2025 के बीच)।
  • निवेशकों को अब इनमें लंबी अवधि की ग्रोथ संभावनाएं दिख रही हैं।
  • अनिल अंबानी की कंपनियों का मार्केट कैप पहले के मुकाबले अब कई गुना बढ़ चुका है।

🧠 5. मैनेजमेंट और रणनीति में बदलाव

  • अब पुराने मॉडल की जगह टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन पर फोकस किया जा रहा है।
  • नए CEO, CFO और बोर्ड में अनुभवी लोगों को शामिल किया गया है।
  • कंपनियों को ‘lean and clean’ रखने पर ज़ोर है।

⚔️ 6. क्या मुकेश बनाम अनिल अध्याय दोबारा खुलेगा?

  • 2000 के दशक में अनिल-मुकेश की टक्कर ने देश की कॉर्पोरेट दुनिया में हलचल मचा दी थी।
  • अब जबकि अनिल एक बार फिर पॉजिटिव जोन में लौट रहे हैं, अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या वह भविष्य में फिर से बड़े भाई को चुनौती दे पाएंगे?

🧭 7. चुनौतियाँ अभी बाकी हैं

  • भले ही ग्रोथ हो रही है, लेकिन:
    • कर्ज पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है
    • प्रतिस्पर्धा जबरदस्त है
    • निवेशकों का भरोसा फिर से पूरी तरह जीतना आसान नहीं
    • पुराने केस और कानूनी मुद्दे भी धीरे-धीरे निपट रहे हैं

🎯 निष्कर्ष:

अनिल अंबानी की वापसी किसी रियल-लाइफ अंडरडॉग स्टोरी से कम नहीं है। एक वक्त था जब वे दुनिया के छठे सबसे अमीर इंसान थे, और फिर कर्ज़ और विवादों में डूब गए
अब अगर यही रफ्तार बनी रही, तो शायद वो दिन भी दूर नहीं जब अनिल फिर से बिज़नेस वर्ल्ड में एक बड़ी ताकत बनकर उभरेंगे — और हो सकता है, मुकेश अंबानी से तुलना दोबारा प्रासंगिक हो जाए