बुधवार को पूजा के समय इस शक्तिशाली स्तोत्र का करें पाठ, काम में आ रहीं बाधाएं होंगी दूर और बप्पा करेंगे कृपा
बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए एक अत्यंत शक्तिशाली स्तोत्र का पाठ करना अत्यंत फलदायक माना गया है। यह स्तोत्र है:
श्री गणेश अथर्वशीर्ष (Shri Ganesh Atharvashirsha)
यह स्तोत्र वेदों में वर्णित है और गणेश उपासना का अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र माना जाता है। बुधवार को इसके पाठ से जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं, कार्यों में सफलता मिलती है और भगवान गणेश (बप्पा) की कृपा प्राप्त होती है।
श्री गणेश अथर्वशीर्ष – प्रारंभिक अंश:
ॐ नमस्ते गणपतये।
त्वमेव प्रत्यक्षं तत्त्वमसि।
त्वमेव केवलं कर्ताऽसि।
त्वमेव केवलं धर्ताऽसि।
त्वमेव केवलं हर्ताऽसि।
त्वमेव सर्वं खल्विदं ब्रह्मासि।
त्वं साक्षाद् आत्माऽसि नित्यम्॥

भावार्थ:
हे गणपति! आपको नमस्कार है। आप ही प्रत्यक्ष ब्रह्मतत्त्व हैं। आप ही सृष्टि के कर्ता, धर्ता और संहारकर्ता हैं। समस्त जगत आप ही हैं।
पाठ विधि:
- बुधवार को प्रातः स्नान कर, हरे वस्त्र पहनें।
- गणेश जी को दूर्वा, मोदक और हरे फूल अर्पित करें।
- दीपक जलाकर श्री गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें।
- अंत में गणपति मंत्र:
“ॐ गं गणपतये नमः”
का 108 बार जप करें।
लाभ:
- व्यापार व करियर में आ रही रुकावटें दूर होती हैं।
- परीक्षा या प्रतियोगिता में सफलता मिलती है।
- ग्रह बाधाएं विशेषकर बुध दोष शांत होते हैं।
- बुद्धि, विवेक और वाणी में सुधार होता है।