Budhwar ke Upay: बुधवार के उपाय कर पाएं गणेश जी की कृपा, बनेंगे बिगड़े काम और बरसेगा धन!
बुधवार (Budhwar) का दिन भगवान गणेश जी को समर्पित होता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है, जिससे रुके हुए काम बनने लगते हैं, आर्थिक स्थिति सुधरती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। नीचे बुधवार के कुछ प्रभावशाली उपाय दिए जा रहे हैं:
✅ बुधवार के प्रभावशाली उपाय:
- गणेश जी की पूजा करें
सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनकर गणेश जी को दूर्वा, लड्डू, और हरे फूल अर्पित करें।
मंत्र: “ॐ गं गणपतये नमः” का 108 बार जाप करें। - दूर्वा घास चढ़ाएं
बुधवार को गणेश जी को 21 दूर्वा घास की गांठ चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है। इससे विघ्न दूर होते हैं और लक्ष्मी कृपा बनी रहती है। - हरे रंग का विशेष महत्व
इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहनें और हरी चीजों (हरी सब्ज़ी, मूंग दाल, धनिया इत्यादि) का दान करें। इससे बुध ग्रह मजबूत होता है। - गाय को हरा चारा खिलाएं
बुधवार को गाय को हरा चारा या हरी सब्ज़ी खिलाने से आर्थिक संकट दूर होते हैं। - बुधवार को व्रत रखें
अगर संभव हो तो इस दिन व्रत रखें और सिर्फ फलाहार लें। यह बुध ग्रह को प्रसन्न करता है और वाणी में मधुरता लाता है। - मूंग दाल का दान करें
किसी जरूरतमंद को मूंग दाल या हरे वस्त्र दान करना भी लाभकारी होता है। - बिजनेस और करियर के लिए
व्यापार में सफलता के लिए बुधवार को गणेश मंदिर जाकर “श्री गणेशाय नम:” लिखी हुई 7 पत्तियाँ चढ़ाएं।
इन उपायों को श्रद्धा और नियम से करने पर भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
यहाँ बुधवार को भगवान गणेश की पूजा विधि का पूरा और सरल विवरण दिया गया है, जिसे आप घर पर आसानी से कर सकते हैं:
🛕 बुधवार गणेश पूजा विधि (Step-by-Step):
🌅 1. सुबह की तैयारी:
- प्रातः स्नान कर स्वच्छ हरे या पीले वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थान को साफ करें और गणेश जी की मूर्ति या चित्र को उत्तर या पूर्व दिशा की ओर रखें।
🪔 2. पूजा सामग्री:
- गणेश जी की मूर्ति/फोटो
- दूर्वा घास (21 गांठ)
- सिंदूर
- अक्षत (चावल)
- मोदक या लड्डू
- धूप, दीप, कपूर
- हरे फूल, बेलपत्र
- पान, सुपारी, नारियल
- हरी मूंग दाल
- गंगाजल या स्वच्छ जल
🙏 3. पूजा प्रक्रिया:
- आचमन और संकल्प लें – जल लेकर भगवान का स्मरण करें और पूजा का संकल्प लें।
- गणेश जी का आवाहन करें – “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र से उन्हें आमंत्रित करें।
- पंचोपचार या षोडशोपचार पूजा करें:
- आसन समर्पण: भगवान को आसन दें।
- पाद्य और अर्घ्य: उनके चरणों को जल से धोएं।
- आचमन: भगवान को जल अर्पित करें।
- स्नान: गंगाजल से प्रतीकात्मक स्नान कराएं।
- वस्त्र और आभूषण: वस्त्र और आभूषण अर्पित करें (प्रतीक रूप में)।
- गंध, अक्षत, फूल अर्पित करें।
- दूर्वा घास गणेश जी को चढ़ाएं (21 गांठ)।
- मोदक या लड्डू का भोग लगाएं।
- धूप और दीप जलाएं।
- गणेश मंत्र जाप करें:
- “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- या “वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥”
- आरती करें – गणेश आरती करें:
“जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा…” - प्रसाद वितरण और समापन – भोग वितरित करें, आशीर्वाद लें, और क्षमा प्रार्थना करें।
इन विधियों से बुधवार को की गई पूजा अत्यंत शुभ फलदायी होती है और गणेश जी का आशीर्वाद सहजता से प्राप्त होता है।
यहाँ प्रस्तुत है बुधवार व्रत कथा, जिसे बुधवार के दिन व्रत करने के बाद या पूजा के समय पढ़ना अति शुभ माना जाता है। यह कथा भगवान गणेश की महिमा और व्रत के चमत्कारिक फल को दर्शाती है।
🟢 बुधवार व्रत कथा (Budhwar Vrat Katha)
प्राचीन समय की बात है, एक व्यापारी था जो बहुत ही धर्मपरायण और गणेश भक्त था। वह प्रत्येक बुधवार को व्रत रखता, भगवान गणेश की पूजा करता और किसी को बुधवार के दिन उधार नहीं देता था।
एक दिन, एक व्यक्ति व्यापारी के पास आया और कुछ धन उधार माँगने लगा। व्यापारी ने कहा, “आज बुधवार है, मैं आज के दिन उधार नहीं देता।” मगर वह व्यक्ति बार-बार निवेदन करने लगा, और अंत में व्यापारी ने मजबूरीवश उसे उधार दे दिया।
व्यापारी के साथ अजीब घटनाएँ घटने लगीं। जब वह यात्रा पर निकला, उसका बैलगाड़ी उलट गई। उसके कपड़े की गठरी कहीं गिर गई। एक नगर में पहुँचते ही उसे चोर समझकर पकड़ लिया गया। जब वह रोने लगा और सच्चाई बताई, तब नगर के एक बुजुर्ग ने कहा, “तुमने बुधवार को लेन-देन किया है, इसी कारण तुम्हारे साथ यह विपत्ति आई है।”
व्यापारी को अपनी भूल का एहसास हुआ। उसने अगले बुधवार को विधिवत व्रत किया, भगवान गणेश की पूजा की और क्षमा माँगी। इसके बाद उसका खोया धन और सम्मान सब कुछ वापस मिल गया।
तब से वह व्यक्ति जीवनभर बुधवार का व्रत करता रहा और अन्य लोगों को भी प्रेरित करता रहा कि बुधवार को गणेश जी का पूजन कर व्रत करना चाहिए और इस दिन उधार, लेन-देन, कटाई-छंटाई आदि नहीं करनी चाहिए।
🙏 व्रत का फल:
जो व्यक्ति श्रद्धा से बुधवार का व्रत करता है, उसकी वाणी मधुर होती है, व्यापार में लाभ होता है, संतान सुख मिलता है और भगवान गणेश की कृपा से सभी कार्य सफल होते हैं।