चैत्र नवरात्रि का महत्व: क्यों मनाते हैं और पहले दिन किसकी पूजा होती है?
चैत्र नवरात्रि क्यों मनाई जाती है?
चैत्र नवरात्रि वसंत ऋतु में आने वाला एक महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है, जो मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना के लिए मनाया जाता है। यह नवरात्रि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होती है और राम नवमी तक चलती है। इसे हिन्दू नववर्ष की शुरुआत के रूप में भी मनाया जाता है।

पहले दिन किस भगवान की पूजा होती है और क्यों?
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है।
मां शैलपुत्री कौन हैं?
- मां दुर्गा के पहले स्वरूप को शैलपुत्री कहा जाता है।
- “शैल” का अर्थ पर्वत होता है, इसलिए वे पर्वतराज हिमालय की पुत्री के रूप में जानी जाती हैं।
- यह स्वरूप शिवजी की अर्धांगिनी (पार्वती) का अवतार माना जाता है।
मां शैलपुत्री की पूजा क्यों की जाती है?
- यह शक्ति और संयम का प्रतीक है।
- आध्यात्मिक साधना में प्रवेश करने के लिए मां शैलपुत्री की कृपा आवश्यक मानी जाती है।
- इनकी पूजा करने से मंगल, चंद्रमा और मन को शांति मिलती है।
पूजा विधि:
- सुबह स्नान करके कलश स्थापना की जाती है।
- मां शैलपुत्री को गाय का घी अर्पित करना शुभ माना जाता है।
- मंत्र: “ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः” का जप किया जाता है।