FD Interest Rates: शेयर में नहीं है निवेश का मन तो FD में लगाइए पैसा, SBI से HDFC तक कितना दे रहे ब्याज
Five Year FD Interest Rates: यदि आप शेयर बाजार में निवेश से बचना चाहते हैं और सुरक्षित विकल्प की तलाश में हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, मई 2025 में कई प्रमुख बैंकों ने FD पर ब्याज दरों में कटौती की है। नीचे SBI, HDFC और अन्य बैंकों की वर्तमान FD ब्याज दरों की तुलना दी गई है:
FD में निवेश क्यों?
अगर आपका शेयर बाजार में निवेश करने का मन नहीं है या आप जोखिम से बचना चाहते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प है। इसमें रिटर्न थोड़े सीमित होते हैं, लेकिन पूंजी सुरक्षित रहती है और तय ब्याज दर मिलती है।

🏦 बड़े बैंकों की मौजूदा FD ब्याज दरें (मई 2025)
🔹 SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया)
- आम नागरिकों को मिल रहा है करीब 6.80% तक ब्याज।
- वरिष्ठ नागरिकों को थोड़ी और ज्यादा दर — करीब 7.30% तक।
- कुछ खास योजनाओं में 444 दिन के लिए बेहतर रेट मिल रही है।
🔹 HDFC बैंक
- ब्याज दरें सामान्य नागरिकों के लिए 6.85% तक।
- वरिष्ठ नागरिकों को 7.35% तक का रिटर्न।
- 15 से 21 महीने की अवधि में अच्छे ऑफर मिल रहे हैं।
🔹 ICICI बैंक
- ब्याज दरें सामान्य निवेशकों के लिए 6.70% तक।
- वरिष्ठ नागरिकों को 7.30% के आस-पास ब्याज।
- हाल ही में ब्याज दरों में थोड़ी कटौती की गई है।
🔹 Canara बैंक
- ब्याज दरें सामान्य तौर पर 6.85% तक जा रही हैं।
- वरिष्ठ नागरिकों को लगभग 7.35% तक की दर मिल रही है।
- निवेश अवधि के अनुसार रेट थोड़ी बदलती है।
🔹 Suryoday Small Finance Bank
- इस बैंक ने 5 साल के FD पर वरिष्ठ नागरिकों को करीब 9% तक ब्याज देने की योजना चलाई है।
- लेकिन यह दर केवल मई 2025 के अंत तक लागू है।
📌 ध्यान रखने योग्य बातें
- ब्याज दरें समय-समय पर बदलती हैं, इसलिए निवेश से पहले बैंक की वेबसाइट या ब्रांच से पक्का कर लें।
- वरिष्ठ नागरिकों को अधिक ब्याज मिलता है, इसलिए अगर आप या आपके परिवार में कोई वरिष्ठ हैं तो ये अच्छा मौका हो सकता है।
- छोटे बैंक और स्मॉल फाइनेंस बैंक ज्यादा ब्याज देते हैं, लेकिन पहले उनके ट्रैक रिकॉर्ड और RBI की निगरानी स्थिति जरूर जांचें।
✅ क्या FD इस समय सही फैसला है?
हां, अगर:
- आप निश्चित और सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं।
- आप शॉर्ट टर्म (1-3 साल) या मीडियम टर्म (3-5 साल) के लिए निवेश कर रहे हैं।
- आप अपने पैसों को शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाकर रखना चाहते हैं।
नहीं, अगर:
- आप लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न चाहते हैं (तो SIP या अन्य विकल्प बेहतर हो सकते हैं)।
- आपकी जोखिम सहनशक्ति ज्यादा है और आप बाजार में बने रह सकते हैं।
FD में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
1. 🕒 अवधि (Tenure) का सही चुनाव करें
- FD में रिटर्न आपकी निवेश अवधि पर निर्भर करता है।
- छोटी अवधि (7 दिन से 1 साल) की FD पर ब्याज दरें कम होती हैं।
- मध्यम से लंबी अवधि (1 साल से 5 साल या ज्यादा) की FD में ब्याज बेहतर मिलता है।
2. 🔄 री-इन्वेस्टमेंट प्लान vs मासिक ब्याज
- कुछ लोग FD पर मिलने वाले ब्याज को हर महीने खाते में लेना चाहते हैं (Monthly Interest Payout) – यह रिटायर लोगों के लिए सही है।
- अगर आप ब्याज को दोबारा FD में जोड़ते हैं (Reinvestment Plan), तो कंपाउंडिंग के कारण ज्यादा फायदा होता है।
3. 🧾 TDS (Tax Deducted at Source) का असर
- एक वित्त वर्ष में ₹40,000 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000) से ज्यादा ब्याज होने पर बैंक TDS काटता है।
- इसे बचाने के लिए आप Form 15G/15H भर सकते हैं (अगर आपकी कुल आय टैक्स के दायरे में नहीं है)।
4. 📉 महंगाई और FD का रिश्ता
- FD में पैसा सुरक्षित रहता है, लेकिन अगर महंगाई दर (Inflation) 6% है और FD पर ब्याज भी 6% ही है, तो असल में आपको कोई वास्तविक लाभ नहीं होता।
- इसलिए हमेशा सोचें: क्या FD का रिटर्न आपकी inflation rate से ज़्यादा है?
🧮 उदाहरण: कितना मिलेगा ब्याज?
मान लीजिए आपने ₹1,00,000 की FD HDFC बैंक में 3 साल के लिए लगाई है, जहां ब्याज दर 6.85% है (reinvestment के साथ):
- ब्याज: ₹22,000 (लगभग)
- मैच्योरिटी अमाउंट: ₹1,22,000 के आस-पास
(यह आंकड़ा टैक्स से पहले है)
📊 FD बनाम अन्य सुरक्षित विकल्प
निवेश विकल्प | सुरक्षा | रिटर्न | तरलता (Liquidity) | टैक्स लाभ |
---|---|---|---|---|
Fixed Deposit (FD) | ★★★★★ | ★★★☆☆ | ★★☆☆☆ | नहीं |
PPF | ★★★★★ | ★★★★☆ | ★☆☆☆☆ | हां (80C) |
SCSS (वरिष्ठ नागरिक बचत योजना) | ★★★★★ | ★★★★☆ | ★★☆☆☆ | हां (80C) |
डाकघर की TD स्कीम | ★★★★★ | ★★★★☆ | ★☆☆☆☆ | नहीं |
FD में निवेश को स्मार्ट कैसे बनाएं?
- FD Laddering अपनाएं: एक ही रकम को अलग-अलग अवधि की FD में बाँटें — जैसे कुछ 1 साल, कुछ 2 साल और कुछ 3 साल की FD में। इससे हर साल एक FD मैच्योर होगी और आप नए रेट पर फिर निवेश कर सकेंगे।
- ऑनलाइन FD खोलें: बैंकों की वेबसाइट या ऐप से ऑनलाइन FD खोलना आसान है, और कभी-कभी इसमें 0.10% ज्यादा ब्याज मिलता है।
- ऑटो-रिन्युअल से बचें: FD खत्म होने पर ऑटो-रिन्यू हो जाए, तो बैंक उस समय की दर पर निवेश कर देता है, जो कम हो सकती है। इसलिए FD मैच्योर होने पर खुद जांचें।
निष्कर्ष
- FD उन निवेशकों के लिए है जो जोखिम से दूर रहना चाहते हैं, साथ ही चाहते हैं कि पैसा सुरक्षित भी रहे और थोड़ी आमदनी भी दे।
- वर्तमान आर्थिक माहौल में, जहां ब्याज दरें थोड़ी गिर रही हैं, वहां अभी FD करना बेहतर है, क्योंकि भविष्य में रेट और गिर सकती हैं।