बीएसएनएल ने बनाया रिकॉर्ड, सरकार के वो 5 कदम…जिनसे 15000 करोड़ के नुकसान से फायदे में लौटा BSNL
बीएसएनएल (BSNL) ने हाल ही में एक नया रिकॉर्ड बनाते हुए घाटे से उबरकर फायदे की राह पकड़ ली है। कभी 15,000 करोड़ रुपये के भारी-भरकम नुकसान में डूबी भारत संचार निगम लिमिटेड अब सरकार के रणनीतिक कदमों की बदौलत वापस फायदे में लौट आई है।
✅ सरकार के वे 5 प्रमुख कदम, जिनसे बदली BSNL की किस्मत:
1. 📶 4G नेटवर्क का विस्तार और अपग्रेड
सरकार ने BSNL को स्वदेशी तकनीक के जरिए 4G सेवा शुरू करने के लिए बड़े पैमाने पर समर्थन दिया। इससे ग्रामीण और दूरदराज़ क्षेत्रों में कनेक्टिविटी सुधरी और ग्राहकों की संख्या बढ़ी।
2. 💰 1.64 लाख करोड़ रुपये का पुनरुद्धार पैकेज (2022)
सरकार ने BSNL को वित्तीय सहायता दी, जिसमें कर्ज चुकाने, ऑपरेशनल खर्चों में मदद और नई सेवाओं के लिए पूंजी निवेश शामिल था।
3. 🔄 एमटीएनएल के साथ विलय प्रक्रिया
BSNL और MTNL को एक साथ लाने की प्रक्रिया तेज की गई, जिससे संचालन खर्च कम हुआ और संसाधनों का बेहतर उपयोग संभव हुआ।
4. 🛰️ नेटवर्क आधुनिकीकरण और OFC विस्तार
BSNL ने भारत नेट और ऑप्टिकल फाइबर प्रोजेक्ट के तहत तेज गति से नेटवर्क का आधुनिकीकरण किया। इससे इंटरनेट सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हुआ।
5. 📞 ग्राहक सेवा में सुधार और डिजिटल बदलाव
BSNL ने डिजिटल सेवाओं, मोबाइल ऐप, और ग्राहक सपोर्ट सिस्टम को बेहतर किया, जिससे यूजर एक्सपीरियंस बेहतर हुआ और विश्वास लौटा।
📈 परिणाम:
इन पहलों के परिणामस्वरूप BSNL न केवल घाटे से बाहर निकला, बल्कि अब लाभ की ओर अग्रसर है। यह बदलाव सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के पुनरुद्धार का बेहतरीन उदाहरण बन गया है।
भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपने 4G नेटवर्क के राष्ट्रव्यापी विस्तार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे देशभर में तेज़ और विश्वसनीय मोबाइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित हो रही है।
📅 4G रोलआउट की समयरेखा
- पायलट परीक्षण: BSNL ने जुलाई 2023 में पंजाब के अमृतसर में अपने 4G नेटवर्क का पायलट परीक्षण शुरू किया, जिसमें स्वदेशी तकनीक का उपयोग किया गया।
- व्यापक लॉन्च: अगस्त 2024 में, BSNL ने पूरे भारत में 4G सेवाओं का विस्तार शुरू किया, जिसमें बेंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों में सेवा शुरू की गई।
🏗️ नेटवर्क विस्तार और कवरेज
- टावर स्थापना: BSNL ने अब तक 84,000 से अधिक 4G टावर स्थापित किए हैं, जिसका लक्ष्य 100,000 टावरों का है।
- सेवा क्षेत्र: यह विस्तार शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों को कवर करता है, जिससे 90 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं को बेहतर सेवा मिल रही है।
🛠️ स्वदेशी तकनीक और साझेदारियाँ
- तकनीकी साझेदार: BSNL का 4G नेटवर्क पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है, जिसमें TCS, C-DOT और Tejas Networks जैसे भारतीय कंपनियों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- 5G उन्नयन: स्थापित 4G टावर 5G-अपग्रेड योग्य हैं, जिससे भविष्य में BSNL के 5G नेटवर्क में सहज संक्रमण संभव होगा।(
📶 प्रदर्शन और सेवाएँ
- इंटरनेट गति: पायलट परीक्षणों में BSNL के 4G नेटवर्क ने 40-45 Mbps की पीक स्पीड प्राप्त की है।
- सेवा गुणवत्ता: स्वदेशी कोर नेटवर्क और उन्नत तकनीक के उपयोग से नेटवर्क की विश्वसनीयता और सेवा गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
🔮 भविष्य की योजनाएँ
- 5G लॉन्च: BSNL की योजना है कि 4G नेटवर्क के स्थिर होने के बाद, जून 2025 तक 5G सेवाओं की शुरुआत की जाए।
- डिजिटल समावेशन: BSNL का लक्ष्य है कि देश के हर कोने में उच्च गति की इंटरनेट सेवा प्रदान की जाए, जिससे डिजिटल इंडिया मिशन को बल मिले।
भारत सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों — विशेषकर BSNL और MTNL — के पुनरुद्धार और मजबूती के लिए कई महत्त्वपूर्ण टेलीकॉम सुधार योजनाएं शुरू की हैं। इनका उद्देश्य सेवा की गुणवत्ता बढ़ाना, डिजिटल इंडिया को गति देना और घाटे से उबरना है।
📋 प्रमुख सरकारी टेलीकॉम सुधार योजनाएं:
1. 💰 BSNL-MTNL पुनरुद्धार पैकेज (2022-2023)
- राशि: ₹1.64 लाख करोड़ का मेगा पैकेज
- उद्देश्य: BSNL के कर्ज चुकाने, ऑपरेशनल खर्च घटाने, 4G/5G नेटवर्क अपग्रेड
- कदम:
- बांड जारी करना
- स्वैच्छिक रिटायरमेंट स्कीम (VRS)
- 4G और 5G तकनीक में निवेश
2. 📡 स्वदेशी 4G और 5G स्टैक का विकास
- सरकार ने BSNL को पूरी तरह से स्वदेशी नेटवर्क पर आधारित 4G सेवा शुरू करने को कहा।
- इसमें TCS, C-DOT, और Tejas Networks जैसे घरेलू भागीदार शामिल हैं।
3. 🛰️ BharatNet Project
- उद्देश्य: ग्राम पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर ब्रॉडबैंड पहुंचाना
- BSNL और BBNL (भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड) इसके मुख्य कार्यान्वयन एजेंसियां हैं।
4. 🔄 BSNL और BBNL का विलय
- जुलाई 2022 में निर्णय: BBNL को BSNL में मिलाया गया
- लाभ: फाइबर नेटवर्क का एकीकरण और संचालन क्षमता में वृद्धि
5. 🏛️ सार्वजनिक संपत्ति मुद्रीकरण (Asset Monetization)
- BSNL और MTNL की अचल संपत्तियों का व्यावसायीकरण (जैसे भूमि, टावर)
- इनसे प्राप्त धन से नेटवर्क अपग्रेड और ऋण भुगतान में सहायता
6. 🔄 स्पेक्ट्रम असाइनमेंट में सुधार
- BSNL को बिना नीलामी के आवश्यक स्पेक्ट्रम आवंटित किया गया (4G और 5G के लिए)
- इससे तकनीकी लागत कम हुई और रोलआउट तेज़ हुआ
7. 🧾 ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार
- टेलीकॉम लाइसेंसिंग प्रक्रिया को सरल बनाना
- निजी टेलीकॉम ऑपरेटरों को भी समान अवसर प्रदान करना, जिससे प्रतिस्पर्धा बढ़े
ये योजनाएं सरकार के “आत्मनिर्भर भारत” और “डिजिटल इंडिया” के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।