टेक् न्यूज़

Loitering Munition: बाज की तरह दुश्‍मन को खोजकर कर देता है कत्‍ल, पहली बार भारत ने किया इस्‍तेमाल

“बाज की तरह दुश्मन को खोजकर कर देता है क़त्ल”, पहली बार भारत ने किया इसका इस्तेमाल – जानिए क्या है ‘लॉइटरिंग म्यूनिशन’

भारत ने हाल ही में पहली बार ‘लॉइटरिंग म्यूनिशन’, यानी कामिकाज़े ड्रोन का सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया है — यह एक ऐसा आधुनिक हथियार है जो बाज की तरह दुश्मन के क्षेत्र में चुपचाप मंडराता है, और जैसे ही सही समय व निशाना मिलता है, सीधे उस पर हमला कर देता है।

क्या है ‘लॉइटरिंग म्यूनिशन’?

  • यह एक आत्मघाती ड्रोन होता है जो दुश्मन की स्थिति पर नजर रखता है और टारगेट मिलने पर खुद से टकरा कर विस्फोट करता है।
  • यह आमतौर पर उन जगहों पर इस्तेमाल होता है जहाँ सटीक हमले की जरूरत हो लेकिन सैनिकों को खतरे में न डाला जाए।
  • भारत में इसका पहला स्वदेशी संस्करण है ‘नागस्त्र-1’ (Nagastra-1)

🇮🇳 भारत में पहली बार इस्तेमाल

  • भारतीय सेना ने पहली बार वास्तविक ऑपरेशन में इसका इस्तेमाल किया है।
  • नागस्त्र-1 को सोलर इंडस्ट्रीज़ और EEL (Economic Explosives Ltd.) ने मिलकर तैयार किया है।
  • यह GPS-गाइडेड होता है और दुश्मन की मूवमेंट को पहचान कर हमला करता है।

प्रमुख विशेषताएं (Nagastra-1):

  • 60 मिनट की उड़ान क्षमता
  • 30 किमी तक की ऑपरेशन रेंज
  • दिन-रात काम करने वाले कैमरे
  • 1 किलो विस्फोटक वारहेड
  • लक्ष्य न मिलने पर पैराशूट से सुरक्षित वापसी

रणनीतिक महत्व

  • यह टेक्नोलॉजी भारत की ड्रोन युद्धक्षमता को नई ऊंचाई देती है।
  • सीमावर्ती आतंकवादी लॉन्चपैड्स, छिपे हुए दुश्मन, या सीमित लक्ष्य को बिना सैनिक भेजे नष्ट करने में बेहद उपयोगी।