Operation Sindoor: तीन दोस्तों ने लिखी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की स्क्रिप्ट, 1984 NDA बैच में थें एकसाथ
“ऑपरेशन सिंदूर” की स्क्रिप्ट तीन दोस्तों ने मिलकर लिखी थी, और ये तीनों भारतीय वायुसेना (IAF) के 1984 बैच के अधिकारी थे, जो राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में एकसाथ पढ़े थे। इस स्क्रिप्ट को लिखने वाले दोस्त थे:
- विंग कमांडर व्योमिका सिंह – जो भारतीय वायुसेना की एक प्रमुख हेलीकॉप्टर पायलट हैं और इस ऑपरेशन के बारे में मीडिया ब्रीफिंग में भाग लिया था।
- ग्रुप कैप्टन दिनेश सिंह सभ्रवाल – जो व्योमिका सिंह के पति भी हैं और भारतीय वायुसेना में एक वरिष्ठ अधिकारी हैं।
- विंग कमांडर गौरव शर्मा – एक और अधिकारी जो ऑपरेशन सिंदूर के इंटीग्रेटेड मीडिया स्ट्रेटेजी में सहायक थे।
यह स्क्रिप्ट “ऑपरेशन सिंदूर” के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए लिखी गई थी, जो भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर में आतंकवादी शिविरों के खिलाफ की गई हवाई कार्रवाई पर आधारित थी।

यह स्क्रिप्ट न केवल एक सैन्य ऑपरेशन की जानकारी देती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि किस प्रकार इन तीन दोस्तों ने अपने प्रशिक्षण और सहयोग से एक महत्वपूर्ण सैन्य मिशन को एक साथ दर्शाने का प्रयास किया।
ग्रुप कैप्टन दिनेश सिंह सभ्रवाल भारतीय वायुसेना (IAF) के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के पति हैं। वे हरियाणा के भिवानी जिले के बापोड़ा गांव के निवासी हैं, जो पूर्व थलसेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह का भी पैतृक गांव है ।(आज तक)
सैन्य सेवा और पारिवारिक पृष्ठभूमि
- सेवा रैंक: दिनेश सिंह सभ्रवाल भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन के पद पर कार्यरत हैं, जो कि एक वरिष्ठ रैंक है ।
- पारिवारिक सेवा: उनके पिता, श्री प्रेम सिंह सभ्रवाल, हरियाणा सरकार में जिला आबकारी एवं कराधान नियंत्रक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं ।
- सैन्य परंपरा: बापोड़ा गांव में सैन्य सेवा की मजबूत परंपरा है, और व्योमिका सिंह के परिवार के लगभग दस सदस्य सशस्त्र बलों में सेवा दे चुके हैं ।(Instagram)
पारिवारिक जीवन
- विवाह और निवास: व्योमिका सिंह और दिनेश सिंह सभ्रवाल वर्तमान में गुरुग्राम में निवास करते हैं ।(Upwalelog.com)
- गांव का गौरव: ऑपरेशन सिंधूर में व्योमिका सिंह की भूमिका पर बापोड़ा गांव के लोग गर्व महसूस करते हैं, और उन्हें गांव की बहू के रूप में सम्मानित करते हैं ।(The Tribune)
निष्कर्ष
ग्रुप कैप्टन दिनेश सिंह सभ्रवाल और विंग कमांडर व्योमिका सिंह दोनों ही भारतीय वायुसेना में सेवा करते हुए देश की रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उनका परिवार और गांव, बापोड़ा, इस सेवा पर गर्व महसूस करते हैं।
विंग कमांडर गौरव शर्मा भारतीय वायुसेना (IAF) के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं, जिनका सेवा क्रमांक 26649 है। उन्हें 2 जुलाई 2001 को 59वें एईसी (एयर इंजीनियरिंग कोर्स) के तहत कमीशन प्राप्त हुआ था। वर्तमान में, वह AE(L) शाखा में कार्यरत हैं, जो एयरक्राफ्ट इलेक्ट्रॉनिक्स से संबंधित है। उन्हें 1 जुलाई 2013 को विंग कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया था।
हाल ही में, विंग कमांडर गौरव शर्मा ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह ऑपरेशन भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित हवाई हमलों का हिस्सा था, जो 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था।
इस ऑपरेशन में, विंग कमांडर गौरव शर्मा ने रणनीतिक योजना और तकनीकी समन्वय में योगदान दिया, जिससे मिशन की सफलता सुनिश्चित हुई। उनकी विशेषज्ञता और नेतृत्व ने भारतीय वायुसेना की क्षमता को प्रदर्शित किया और देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।