Friday, November 15, 2024
Maa Shailputri
धार्मिक

Shardiya Navratri 2024 : शारदीय नवरात्रि में आज पहले दिन होगी मां शैलपुत्री की उपासना, जानें पूजन विधि

शारदीय नवरात्रि के पहले दिन माँ शैलपुत्री की उपासना की जाती है। माँ शैलपुत्री देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों में से पहला स्वरूप हैं। शैलपुत्री का अर्थ है पर्वतों की पुत्री, जो पार्वती या सती के रूप में मानी जाती हैं। इनकी पूजा के साथ नवरात्रि की शुरुआत होती है, और भक्त माँ से सुख-समृद्धि, शांति और शक्ति की कामना करते हैं।

पूजन विधि

  1. स्नान और शुद्धिकरण: सबसे पहले पूजा करने वाले को स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करना चाहिए।
  2. कलश स्थापना: शुभ मुहूर्त में कलश की स्थापना की जाती है, जिसे नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक रखा जाता है।
  3. माँ शैलपुत्री की मूर्ति या चित्र: माँ के चित्र या मूर्ति के सामने दीपक जलाया जाता है और उन्हें पुष्प, रोली, चावल अर्पित किए जाते हैं।
  4. मंत्र उच्चारण: विशेष मंत्रों का जाप कर माँ शैलपुत्री की उपासना की जाती है।
  5. प्रसाद अर्पण: माँ को विशेष भोग अर्पित किया जाता है, जैसे दूध और घी से बने व्यंजन।
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इस दिन माँ को सफेद रंग के वस्त्र अर्पित करना शुभ माना जाता है, क्योंकि यह रंग शांति और पवित्रता का प्रतीक होता है।