धार्मिक

देवी लक्ष्मी के इन पर्वों पर भूलकर भी न बनाएं रोटी, मां होंगी नाराज, दरिद्रता का होगा घर में वास

देवी लक्ष्मी को धन, सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य की देवी माना जाता है। इनकी पूजा विशेष रूप से उन दिनों में की जाती है जो धन, समृद्धि और ऐश्वर्य के प्रतीक माने जाते हैं। लेकिन कुछ विशेष दिनों में रोटी बनाने से माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और इसके परिणामस्वरूप घर में दरिद्रता आ सकती है।

यहां उन पर्वों का उल्लेख किया जा रहा है, जिन पर रोटी नहीं बनानी चाहिए:

1. दीपावली (Diwali)

दीपावली के दिन विशेष रूप से रात्रि के समय रोटी नहीं बनानी चाहिए, क्योंकि यह दिन मां लक्ष्मी का पूजन होता है।
इस दिन घर में दीप जलाना और मां लक्ष्मी की पूजा करना सबसे उत्तम है।

2. शुक्रवार (Friday)

शुक्रवार को विशेष रूप से देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन रोटी बनाने से घर में दरिद्रता आ सकती है, क्योंकि यह दिन लक्ष्मी के पूजन का दिन होता है।
इस दिन विशेष रूप से चने की दाल और मीठा चढ़ाने की परंपरा है।

3. दुर्गा पूजा (Durga Puja)

दुर्गा पूजा के दौरान नवरात्रि के व्रतों में भी रोटी नहीं बनानी चाहिए। इस समय मां दुर्गा के साथ मां लक्ष्मी का भी पूजन होता है।
रोटियां घर में दुर्योधन के प्रतीक मानी जाती हैं, इसलिए इस दिन घर में रोटी बनाने से दरिद्रता बढ़ सकती है। 4. एकादशी (Ekadashi)

एकादशी के दिन भी रोटी बनाना नकारात्मक माना जाता है। इस दिन उपवासी रहते हुए धार्मिक अनुष्ठान और मां लक्ष्मी का ध्यान किया जाता है।
एकादशी पर रोटी न बनाकर फलाहार ग्रहण करना और विशेष रूप से ध्यान और साधना करना चाहिए। 5. शीतलाष्टमी (Sheetal Ashtami)

शीतलाष्टमी पर भी रोटी बनाना वर्ज्य होता है। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ मां पार्वती का भी पूजन किया जाता है।
इस दिन खास तौर पर पानी और फल का सेवन करना उचित माना जाता है।

क्यों नहीं बनानी चाहिए रोटी इन दिनों?

यह मान्यता है कि इन विशेष दिनों में रोटी बनाना मां लक्ष्मी को नाराज कर सकता है, क्योंकि यह उन दिनों में रोटियों को नकारात्मक ऊर्जा के रूप में देखा जाता है। रोटियां घर में दरिद्रता और संकटनिवारण में बाधा उत्पन्न कर सकती हैं।