गुरुवार को किस भगवान की होती है पूजा? और क्यों?
गुरुवार के दिन मुख्य रूप से भगवान विष्णु और उनके अवतार बृहस्पति देव (गुरु ब्रहस्पति) की पूजा की जाती है। इसके पीछे धार्मिक और ज्योतिषीय दोनों कारण हैं।
1. भगवान विष्णु की पूजा
- हिंदू धर्म में भगवान विष्णु को संपूर्ण सृष्टि के पालनहार के रूप में माना जाता है।
- गुरुवार को विष्णु जी की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और धन की वृद्धि होती है।
- विष्णु जी की कृपा से भक्त को अच्छे कर्मों का फल मिलता है और उसके जीवन की बाधाएं दूर होती हैं।
2. गुरु बृहस्पति की पूजा
- बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु माना जाता है, इसलिए इसे गुरु बृहस्पति कहा जाता है।
- यह ग्रह ज्ञान, शिक्षा, संतान सुख, धार्मिकता और समृद्धि का कारक होता है।
- जिनकी कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर होता है, वे इस दिन विशेष रूप से पूजा करते हैं ताकि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आए।
गुरुवार को पूजा करने के लाभ
- धन और समृद्धि – विष्णु जी और बृहस्पति देव की कृपा से आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- शिक्षा और ज्ञान – विद्यार्थियों और विद्वानों को विशेष लाभ मिलता है।
- वैवाहिक सुख – दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है।
- नौकरी और व्यवसाय – करियर में उन्नति और व्यापार में सफलता मिलती है।
गुरुवार के दिन क्या करें?
- पीले वस्त्र पहनें और भगवान विष्णु को पीले फूल व चने की दाल अर्पित करें।
- केले के पेड़ की पूजा करें और इसके नीचे घी का दीपक जलाएं।
- \”ॐ बृं बृहस्पतये नमः\” या \”ॐ नमो भगवते वासुदेवाय\” मंत्र का जाप करें।
- इस दिन दान करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है, जैसे – चने की दाल, पीला वस्त्र, हल्दी, और पीले फल।
गुरुवार को क्या न करें?
- बाल और नाखून नहीं कटवाने चाहिए।
- दूध, दही या नमक का दान नहीं करना चाहिए।
- किसी को अपशब्द न कहें या झूठ न बोलें।
गुरुवार की पूजा करने से जीवन में सकारात्मकता और शुभता आती है।
गुरुवार को भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा क्यों की जाती है?
गुरुवार को मुख्य रूप से भगवान विष्णु और गुरु बृहस्पति (बृहस्पति देव) की पूजा की जाती है। इसका धार्मिक, ज्योतिषीय और आध्यात्मिक महत्व है। हिंदू धर्म में गुरुवार का संबंध ज्ञान, धर्म, सदाचार, धन, समृद्धि और गुरु के प्रति श्रद्धा से जुड़ा हुआ है।
1. भगवान विष्णु की पूजा का महत्व
भगवान विष्णु को सृष्टि का पालनहार माना जाता है। वे अपने भक्तों को धन, ऐश्वर्य, सौभाग्य और मोक्ष प्रदान करने वाले माने जाते हैं। गुरुवार को उनकी पूजा करने से निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:
- धन और समृद्धि: भगवान विष्णु की कृपा से जीवन में आर्थिक उन्नति होती है।
- सुख-शांति: गृहस्थ जीवन में सौहार्द बढ़ता है और मन शांत रहता है।
- पुण्य की प्राप्ति: इस दिन व्रत और भक्ति करने से पुण्य बढ़ता है।
- पारिवारिक खुशहाली: घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
भगवान विष्णु की पूजा विधि
- प्रातः स्नान कर पीले वस्त्र धारण करें।
- भगवान विष्णु को पीले फूल, चने की दाल, गुड़ और तुलसी अर्पित करें।
- \”ॐ नमो भगवते वासुदेवाय\” मंत्र का जाप करें।
- विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना शुभ होता है।
- गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें।
2. गुरु बृहस्पति की पूजा का महत्व
बृहस्पति देव को देवताओं का गुरु माना जाता है और वे ज्ञान, धर्म, शिक्षा, वैवाहिक सुख और संतान सुख के कारक ग्रह हैं। ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह व्यक्ति की शिक्षा, आध्यात्मिकता, शादी, संतान और आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है।
गुरु ग्रह मजबूत होने से:
- व्यक्ति को अच्छे ज्ञान, बुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है।
- करियर में तरक्की और व्यापार में सफलता मिलती है।
- विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
- संतान सुख की प्राप्ति होती है।
गुरु ग्रह कमजोर होने पर:
- आर्थिक तंगी बनी रहती है।
- करियर में रुकावटें आती हैं।
- वैवाहिक जीवन में समस्याएं आती हैं।
- पढ़ाई में ध्यान नहीं लगता।
गुरु बृहस्पति की पूजा विधि
- पीले वस्त्र पहनकर व्रत करें।
- केले के पेड़ की पूजा करें और जल अर्पित करें।
- \”ॐ बृं बृहस्पतये नमः\” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- पीले चने, गुड़, हल्दी, पीला वस्त्र और पीले फल दान करें।
- जरूरतमंदों को शिक्षा से जुड़ी चीजें दान करें।
3. गुरुवार के दिन के नियम और परहेज
- क्या करें?
- केले के पेड़ की पूजा करें।
- गुरु और बुजुर्गों का सम्मान करें।
- धार्मिक और आध्यात्मिक कार्य करें।
- गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें।
- क्या न करें?
- बाल और नाखून न काटें।
- दूध, दही या नमक का दान न करें।
- व्रत के दिन तले-भुने भोजन से बचें।
- कर्ज या उधार न लें और न दें।
4. गुरुवार व्रत कथा का महत्व
गुरुवार व्रत की कथा सुनने से व्रत का पूरा फल प्राप्त होता है। कथा के अनुसार, एक गरीब ब्राह्मणी गुरुवार को भगवान विष्णु और बृहस्पति देव का व्रत करती थी, जिससे उसके जीवन में सुख-समृद्धि आ गई। यह कथा इस बात का प्रतीक है कि सच्ची श्रद्धा और व्रत से व्यक्ति की सभी समस्याएं दूर हो सकती हैं।
5. गुरुवार को जुड़े अन्य धार्मिक पहलू
- साई बाबा की पूजा:
- गुरुवार का संबंध शिर्डी के साईं बाबा से भी माना जाता है। साईं बाबा को विष्णु का अवतार माना जाता है, इसलिए इस दिन साईं बाबा के भक्त व्रत रखते हैं और \”ॐ साईं राम\” का जाप करते हैं।
- दक्षिण भारत में गुरुवार का महत्व:
- दक्षिण भारत में इस दिन गुरु भगवान (दक्षिणामूर्ति – भगवान शिव का एक रूप) की पूजा होती है।
- सिख धर्म में गुरु का महत्व:
- सिख धर्म में गुरु को सर्वोच्च स्थान दिया गया है, और गुरुवार को गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ विशेष रूप से किया जाता है।
निष्कर्ष
गुरुवार को भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में धन, ज्ञान, सुख-समृद्धि और सफलता आती है। यह दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है।