बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि जवाहरलाल नेहरू जीरो वोट पाकर देश के पहले पीएम बने थे। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी कैसे पीएम बने थे, यह बात भी सबको पता है। भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने खड़गे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा क्या इंदिरा गांधी चुनकर आए थे,
क्या राजीव गांधी चुनकर आए थे, और नरसिम्हा राव कैसे देश के पीएम बने, यह सब जानते हैं। लोकतंत्र के प्रति भारतीय जनता पार्टी के प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि उनकी पार्टी ने देश के लोगों को दो पीएम अटल बिहारी वाजपेई और नरेंद्र मोदी दिए और दोनों को ही जनता ने चुना।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ‘अगर मोदी 2024 में सत्ता में आए तो भारत में चुनाव नहीं होंगे’ वाले बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने मंगलवार को कहा कि यह आधारहीन आरोप है और अशांति पैदा करने के मकसद से दिया गया बयान है।
उन्होंने कहा, यह सच है कि भारतीय राजनीति में कई चीजों का पटाझेप हो रहा है। राजवंशों की सत्ता साल 1947 में समाप्त हो गई और अब लोकतंत्र का चोला ओढ़ने वालों की सत्ता को चुनौती मिल रही है। उन्हें अपने भविष्य को लेकर चिंता है। इस बौखलाहट में अब कांग्रेस पार्टी आपत्तिजनक बयान देने पर आ गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आधारहीन और अनर्गल बयान दिया है।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहां की लोकतंत्र के नाम पर राजतंत्र चलाने वालों की हार हुई है। उन्होंने एक-एक का नाम गिनाते हुए कहा, ‘कश्मीर में अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार चुनाव हारे, पंजाब में बादल परिवार चुनाव हारे, हरियाणा में हुड्डा परिवार चुनाव हारे, अशोक गहलोत का बेटा चुनाव हारा, यूपी में अखिलेश यादव की पत्नी चुनाव हारी, चौधरी अजीत सिंह और उनके बेटे चुनाव हारे, बिहार में लालू प्रसाद यादव की बेटी चुनाव हारी, तेलंगाना में केसीआर की बेटी चुनाव हारी और परिवारवाद के सबसे बड़े प्रतीक राहुल गांधी भी चुनाव हार गए।’
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, ‘मल्लिकार्जुन खड़गे यह सही है कि अब जनता के सामने राजवंशों के लिए लोकतंत्र के नाम पर राजनीति करना संभव नहीं होगा। भारत का हर एक मतदाता अपनी शक्ति के साथ उभर कर सामने आ रहा है।’ उन्होंने कहा, “कांग्रेस नेता पंडित जवाहरलाल नेहरू जीरो वोट पाकर देश के पहले प्रधानमंत्री बने थे।
अप्रैल 1946 में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हुई जहां 16 कमेटी में से एक ने पट्टाभि सीतारमैया और एक ने कृपलानी जी को वोट दिया था। बाकी सभी वोट सरदार वल्लभभाई पटेल को मिले। जवाहरलाल नेहरू को तो जीरो वोट मिला था। इसका जिक्र कई किताबों में है। मनमोहन सिंह कांग्रेस के अंतिम पीएम साबित हो सकते हैं। जिन्होंने खुद कहा कि सोनिया गांधी ने उनका नाम प्रधानमंत्री के लिए सामने रखा।’
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को दावा किया था कि 2024 का लोकसभा चुनाव लोगों के लिए लोकतंत्र को बचाने का अंतिम अवसर है। क्योंकि अगर बीजेपी फिर से जीतती है, तो पीएम नरेंद्र मोदी तानाशाही की तरफ बढ़ सकते हैं। उन्होंने लोगों से भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस से दूरी बनाने का निवेदन किया और इल्जाम लगाया कि वह जहर के समान है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस की सभा में कहा यह भारत में लोकतंत्र को बचाने के लिए लोगों के पास अंतिम अवसर होगा। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक और चुनाव जीतते हैं तो देश में तानाशाही होगी। भारतीय जनता पार्टी भारत में इस तरह शासन करेगी जैसे पुतिन रूस में कर रहे हैं।