छावा मूवी में किस राजा का रोल किया है विक्की कौशल ने ? क्या है उनकी कहानी ?
“Chhava” movie में विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज का किरदार निभाया है। यह फिल्म मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है, जिन्हें उनकी वीरता और बलिदान के लिए जाना जाता है।
फिल्म का निर्देशन लक्ष्मण उतेकर ने किया है, और इसमें रश्मिका मंदाना भी अहम भूमिका में नजर आएंगी।
मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज
छत्रपति संभाजी महाराज मराठा साम्राज्य के दूसरे छत्रपति थे और छत्रपति शिवाजी महाराज के बड़े पुत्र थे। उनका जन्म 14 मई 1657 को हुआ था और वे अपने पिता की तरह ही एक वीर योद्धा और कुशल प्रशासक थे।
संभाजी महाराज का जीवन और वीरता
- शिक्षा और रणनीति – वे संस्कृत, मराठी, फारसी और कई अन्य भाषाओं में निपुण थे।
- मुगलों से संघर्ष – उन्होंने औरंगजेब की विशाल मुगल सेना के खिलाफ जमकर युद्ध लड़ा और मराठा साम्राज्य की रक्षा की।
- कैद और बलिदान – 1689 में वे मुगलों द्वारा धोखे से बंदी बना लिए गए। औरंगजेब ने उन्हें इस्लाम कबूल करने का दबाव डाला, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इसके चलते उन्हें क्रूरतम यातनाएँ देकर वीरगति प्राप्त हुई।
संभाजी महाराज की बहादुरी और बलिदान मराठा इतिहास का एक गौरवशाली अध्याय है। “Chhava” फिल्म इन्हीं की जीवनगाथा पर आधारित है, जिसमें विक्की कौशल उनका किरदार निभा रहे हैं।
छत्रपति संभाजी महाराज: मराठा वीरता की अमर गाथा
छत्रपति संभाजी महाराज मराठा साम्राज्य के दूसरे छत्रपति थे। वे अपने पिता छत्रपति शिवाजी महाराज के बाद मराठा साम्राज्य के शासक बने और अपने जीवनकाल में कई महत्वपूर्ण युद्ध लड़े। उनकी वीरता, बुद्धिमत्ता और अटूट साहस ने उन्हें भारतीय इतिहास के महानतम योद्धाओं में शामिल कर दिया।
संभाजी महाराज का प्रारंभिक जीवन
- जन्म: 14 मई 1657, पुरंदर किला, महाराष्ट्र
- माता: साईबाई
- पिता: छत्रपति शिवाजी महाराज
- शिक्षा: संभाजी महाराज को बचपन से ही संस्कृत, मराठी, फारसी और कई अन्य भाषाओं में निपुण बनाया गया था। उन्हें प्रशासन और युद्ध कौशल की भी शिक्षा दी गई थी।
- संभाजी महाराज की सौतेली माँ सोयराबाई चाहती थीं कि उनका पुत्र राजाराम सिंहासन पर बैठे, इसलिए संभाजी को कई बार षड्यंत्रों का सामना करना पड़ा।
संभाजी महाराज की सैन्य उपलब्धियाँ
संभाजी महाराज अपने पिता की तरह ही एक कुशल योद्धा और रणनीतिकार थे। उनके शासनकाल में मराठा साम्राज्य ने कई महत्वपूर्ण विजय प्राप्त की।
1. मुगलों के खिलाफ युद्ध
संभाजी महाराज ने मुगलों के खिलाफ कई सफल युद्ध लड़े। उन्होंने औरंगजेब की विशाल सेना को बार-बार हराया और मराठा साम्राज्य की रक्षा की।
2. पुर्तगालियों और अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष
संभाजी महाराज ने विदेशी ताकतों जैसे पुर्तगालियों और अंग्रेजों के खिलाफ भी मोर्चा संभाला और उन्हें मराठा क्षेत्र में पैर जमाने नहीं दिया।
3. सिद्धियों और निजाम के खिलाफ युद्ध
- उन्होंने जंजीरा के सिद्धियों और हैदराबाद के निजामों से संघर्ष किया और मराठा साम्राज्य की सीमाओं की रक्षा की।
- उनकी वीरता और सैन्य रणनीति के कारण मराठा साम्राज्य निरंतर मजबूत होता गया।
संभाजी महाराज की गिरफ्तारी और बलिदान
- 1689 में गान्हेबा नामक एक विश्वासघाती सरदार ने उन्हें धोखे से मुगलों को सौंप दिया।
- औरंगजेब ने उन्हें इस्लाम कबूल करने का आदेश दिया, लेकिन संभाजी महाराज ने वीरतापूर्वक मना कर दिया।
- इसके बाद 21 दिनों तक उन्हें अमानवीय यातनाएँ दी गईं, फिर 11 मार्च 1689 को उनकी नृशंस हत्या कर दी गई।
- मराठाओं के लिए उनका बलिदान प्रेरणा बना और बाद में मराठों ने औरंगजेब को हराकर मुगलों का पतन कर दिया।
संभाजी महाराज की विरासत
- उन्हें “धर्मवीर संभाजी महाराज” के नाम से जाना जाता है।
- उनकी जीवनी पर आधारित “Chhava” फिल्म में विक्की कौशल उनका किरदार निभा रहे हैं।
- महाराष्ट्र में उन्हें एक महान हिंदवी स्वराज्य रक्षक के रूप में सम्मानित किया जाता है।
संभाजी महाराज की वीरता और बलिदान भारतीय इतिहास में सदा अमर रहेगा।