‘मैं कार भेज रहा, तुम होटल आ जाओ,’ कपिल शर्मा की ‘बुआ’ ने खोली डायरेक्टर की पोल, फिर 7 दिन तक बाहर नहीं निकली..
अनिल कपूर, श्रीदेवी और उर्मिला मातोंडकर की फिल्म जुदाई 1997 की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक है जिसे लोग आज भी पसंद करते हैं. फिल्म में हर एक किरदार ने लोगों को इंप्रेस किया था, फिर चाहे वो लीड स्टार या फिर सपोर्टिंल वाले कलाकार. यहां हम उसी फिल्म की एक सपोर्टिंग एक्ट्रेस के बारे में बात कर रहे हैं जिनका नाम उपासना सिंह हैं जो अक्सर कपिल शर्मा के शो comedy nights with kapil में बुआ बनकर लोगों को हंसाती हैं. बता दें कि ये वही उपासना हैं जो फिल्म में अब्बा डब्बा चब्बा का डायलॉग बोलकर फेमस हुई थीं और हाल ही में उन्होंने अपने शुरुआती संघर्ष के बारे में भी बताया.
लगभग चार दशक पहले बॉलीवुड में एंट्री लेने वाली अभिनेत्री उपासना सिंह ने अपने यादगार अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है. दर्शकों द्वारा पसंद की गई उनकी असाधारण भूमिकाओं में से एक, 1997 की फिल्म ‘जुदाई’ है. राज कंवर निर्देशित इस फिल्म में उपासना ने डबल रोल प्ले किया था.
जुदाई में जहां ओर उपासना अभिनेता परेश रावल की पत्नी के किरदार में दिखीं तो वहीं दूसरी ओर वे उनकी बेटी भी बनीं जो जॉनी लीवर के चरित्र के साथ रोमांटिक रूप से जुड़ जाती है. फिल्म में उनका डायलॉग ‘अब्बा डब्बा जब्बा’ मशहूर हो गया और इस सीन को देख लोगों के चेहरे पर न चाहते हुए भी मुस्कुराहट आ जाती है. इस फिल्म के जरिए उपासना को काफी लोकप्रियता मिली थी.
उपासना सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि फिल्म में अपनी भागीदारी के बारे में चर्चा के दौरान मैंने श्रीदेवी के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त की थी. साथ ही सिनेमा आइकन के साथ शेयर करने के बारे में पूछा तो निर्देशक राज कंवर सहमत हुए थे. तभी मैंने आगे बढ़ने का फैसला किया. शुरुआती आपत्तियों के बावजूद फिल्म के फेमस डायलॉग’अब्बा डब्बा जब्बा’ को उपासना काफी बेहतर तरीके से निभाया. उन्होंने इस किरदार के अलग- अलग भावों की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया. उन्होंने साझा किया, फिर उन्होंने मुझे अब्बा डब्बा चब्बा लाइन के बारे में बताया लेकिन उन्हें बिल्कुल भी यकीन नहीं हो रहा था कि कोई गूंगा इंसान सिर्फ ये शब्द ही बोल सकता है. एक्ट्रेस कहती हैं कि उन्होंने मुझसे इसे आजमाने को कहा तो मैंने खुद से इस किरदार को भावों और आवाज की कई विविधताओं के साथ निभाने को कहा. मैं हमेशा भूमिकाओं के साथ प्रयोग करती रही हूं.
उपासना सिंह ने यह भी खुलासा किया कि शुरू में उन्हें जुदाई की कहानी अजीब लगी, जहां पत्नी अपने पति को बेचती है. हालांकि, उन्होंने उस समय इस चिंता का समाधान नहीं करने का फैसला किया और अपने किरदार को स्वीकारा.उन्होंने याद करते हुए कहा, ‘मैं सोच रही थी कि लोग इसे कैसे पचाएंगे. लेकिन जुदाई इतनी बड़ी हिट हुई कि लोग मुझे मेरे असली नाम के बजाय ‘अब्बा डब्बा चब्बा’ के नाम से जानने लगे. मैंने बहुत सारे लाइव शो किए जहां लोगों ने मांग की कि मैं वह डायलॉग बोलूं.’
ET के साथ बातचीत में उपासना सिंह ने अपने उस संघर्ष के बारे में भी बताया जो उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में झेला है. मनोरंजन इंडस्ट्री में अपने लिए राह बनाना उपासना के लिए आसान नहीं था. अभिनेत्री ने बताया कि ‘एक वक्त ऐसा था कि एक भयंकर इंसीडेंस के बाद मैंने फिल्में करना ही छोड़ दी थीं. वो बोलीं मैं नाम नहीं लूंगी लेकिन एक साउथ के निर्देशक ने मुझे अनिल कपूर के अपोजिट में कास्ट किया था और तब मैंने अपने सभी करीबियों को इसके बारे में बता दिया था. लेकिन बाद में डायरेक्टर ने देर रात कॉल कर मुझे होटल में मीटिंग के लिए बुलाया और तब मैं सिर्फ 17 साल की थी.’
अभिनेत्री ने आगे बताया कि ‘मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या कहूं और मैंने उनसे कह दिया था कि मैं अगले दिन आउंगी, क्योंकि मेरे पास कोई जरिया नहीं था वहां तक जाने के लिए. तब उन्होंने मुझसे कहा, ‘मैं तुम्हारे लिए कार भेज देता हूं’और वो निर्देशक बोला कि तुम्हें सिटिंग का मतलब नहीं पता. फिल्म लाइन में आने के लिए सिटिंग को करनी करनी ही पड़ती. फिर मैं उसकी बातें समझ गई और जमकर उसे लताड़ा. मैंने उसी के ऑफिस में डांटा था. लेकिन बाद में अनिल कपूर की फिल्म मुजे नहीं मिली जिसके कारण मैं खूब रोई थी.
उपासना ने आगे कहा, ‘मैंने उनसे बोला कि तुम मेरे पिता की उम्र के हो और मेरे बारे में सोच भी कैसे सकते हो. इस घटना के बाद में 7 दिन तक घर से बाहर नहीं निकली और खूब रोती रही. हालांकि, मेरी मां ने मुझे हिम्मत दी.’