धार्मिक

मासिक शिवरात्रि पर बन रहे 4 शुभ संयोग, नोट कर लें डेट, मुहूर्त और पूजन विधि

मासिक शिवरात्रि जून 2025 पर इस बार चार शुभ योग एक साथ बन रहे हैं, जिससे यह तिथि अत्यंत फलदायक मानी जा रही है। शिवभक्तों के लिए यह एक दुर्लभ अवसर है, जब भगवान शिव की पूजा विशेष फल देने वाली होगी। आइए जानते हैं डेट, मुहूर्त, कौन-कौन से शुभ संयोग बन रहे हैं और क्या है पूजन विधि


🌙 मासिक शिवरात्रि जून 2025 की तिथि और मुहूर्त

  • तिथि: 25 जून 2025, बुधवार
  • चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 25 जून सुबह 06:48 बजे
  • चतुर्दशी तिथि समाप्त: 26 जून सुबह 04:12 बजे
  • निशीथ काल (रात्रि पूजा का मुहूर्त): 25 जून रात 12:01 बजे से 12:45 बजे तक

4 शुभ संयोग जो इस शिवरात्रि को विशेष बना रहे हैं

  1. शिव योग – इस दिन शिव नाम का योग बन रहा है, जो भगवान शिव को प्रसन्न करने वाला माना जाता है।
  2. सिद्ध योग – यह कार्य सिद्धि व मनोकामना पूर्ति के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
  3. चंद्रमा का वृश्चिक राशि में गोचर – चंद्र देव भगवान शिव की जटाओं में विराजमान माने जाते हैं, अतः चंद्रमा का गोचर अत्यंत शुभ।
  4. बुधवार का दिन – बुधवार का स्वामी बुद्धि और वाणी के कारक हैं, जिससे पूजा का फल कई गुना बढ़ता है।

🕉️ मासिक शिवरात्रि पूजन विधि

  1. प्रातःकाल स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
  2. शिवलिंग को गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से स्नान कराएं (अभिषेक करें)।
  3. बिल्व पत्र, आक, धतूरा, भस्म, भांग, सफेद पुष्प अर्पित करें।
  4. ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप 108 बार करें।
  5. रात्रि के निशीथ काल में शिवलिंग पर दीप जलाकर आरती करें।
  6. रात्रि जागरण करें और शिव पुराण या रुद्राष्टक का पाठ करें।

🧘‍♂️ व्रत लाभ

  • कर्ज़ मुक्ति
  • वैवाहिक सुख
  • स्वास्थ्य लाभ
  • शत्रुनाश
  • विशेषत: स्त्रियों को सौभाग्य की प्राप्ति

यह रही मासिक शिवरात्रि पूजन सामग्री की संपूर्ण लिस्ट, जिसे आप भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा के लिए तैयार रख सकते हैं:


🛍️ मासिक शिवरात्रि पूजन सामग्री लिस्ट

🔱 मुख्य सामग्री

  • शिवलिंग (यदि घर में है तो)
  • तांबे या पीतल का लोटा (गंगाजल और दूध के लिए)
  • थाली (पूजन के लिए)
  • दीपक (देशी घी या तेल का)
  • रूई की बाती

🌊 अभिषेक के लिए

  • गंगाजल
  • कच्चा दूध
  • दही
  • शहद
  • शक्कर
  • घी
  • जल

🌿 अर्पण सामग्री

  • बिल्व पत्र (त्रिपत्री रूप में)
  • सफेद पुष्प (कनेर, चंपा, धतूरा)
  • भस्म (विभूति)
  • भांग
  • धतूरा
  • आक का फूल
  • चंदन या चंदन पाउडर

🔮 अन्य सामग्री

  • अक्षत (साफ चावल)
  • रोली या हल्दी
  • मौली (कलावा)
  • पान के पत्ते
  • सुपारी
  • अगरबत्ती / धूपबत्ती
  • कपूर
  • नारियल
  • फल (1-2 प्रकार)
  • मिठाई या गुड़
  • शंख (यदि उपलब्ध हो)
  • मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष माला

📖 पाठ सामग्री (यदि करना चाहें तो)

  • रुद्राष्टक स्तोत्र
  • शिव तांडव स्तोत्र
  • शिव पुराण
  • महामृत्युंजय मंत्र

यह रहा मासिक शिवरात्रि के लिए विशेष मंत्र संग्रह, जिसे आप अभिषेक, पूजन और जाप के समय प्रयोग कर सकते हैं। ये मंत्र सरल, प्रभावशाली और फलदायक माने जाते हैं:


🕉️ शिवरात्रि मंत्र संग्रह

1. मूल शिव मंत्र (जाप के लिए)

ॐ नमः शिवाय
(108 बार जाप करें)

2. महामृत्युंजय मंत्र

ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
(21, 51 या 108 बार जाप करें)

3. रुद्राष्टक (पूजन या पाठ के समय)

नमामीशमीशान निर्वाणरूपं,
विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदस्वरूपम्।
(पूरा रुद्राष्टक 8 श्लोकों का होता है — पाठ करें)

4. शिव तांडव स्तोत्र (शक्ति से भरपूर स्तोत्र)

जटाटवी गलज्जल प्रवाह पावितस्थले…
(यदि समय हो तो पूरा पाठ करें, नहीं तो आरंभिक 2-3 श्लोक अवश्य पढ़ें)

5. अर्धनारीश्वर मंत्र (दांपत्य सुख के लिए)

ॐ अर्धनारीश्वराय नमः

6. शिव गायत्री मंत्र

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि।
तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

7. शिव अभिषेक मंत्र (दूध/जल चढ़ाते समय)

ॐ शम्भवे नमः
ॐ पशुपतये नमः
ॐ महेश्वराय नमः


🙏 जप नियम:

  • शांत चित्त होकर जाप करें
  • रुद्राक्ष की माला का प्रयोग शुभ माना जाता है
  • जाप संख्या 108 बार अथवा 11 बार से प्रारंभ कर सकते हैं