Love Jihad : ये 35 टुकड़ों वाली महालक्ष्मी है…सुन्दर है न… इसका एक पति और एक बेटी थे
अब ये इस दुनिया में नहीं है
इसके प्रेमी और हत्यारे का नाम- मोहम्मद अशरफ़
हेमंत दास और महालक्ष्मी के विवाह को 6 वर्ष हो गये थे हेमंत की अपनी मोबाइल शोप की दुकान है।
अचानक एक दिन महालक्ष्मी के जीवन में अशरफ़ की एंट्री होती है। मोहम्मद_अशरफ़ एक सलून में काम करता है।
लगभग 2 वर्ष पूर्व महालक्ष्मी के पति को इनके अवैध संबंध के बारे में पता चलता है और वह अपनी पत्नी महालक्ष्मी को बहुत समझाता है
अंत में परेशान होकर हेमंत दास अशरफ़ के ख़िलाफ़ पुलिस कंप्लेन कर देता है
Note- पुलिस क्या करेगी जब माननीय सुप्रीम कोर्ट ने section 497 को यानी की एडल्टरी को अपराध की श्रेणी में मानने से मना कर दिया है।
लगभग 9 महीने पहले महालक्ष्मी अपने पति हेमंत दास और छोटी बेटी को छोड़कर अपने मुस्लिम प्रेमी मोहम्मद_अशरफ़ के साथ किराए के मकान में रहने लगी
महालक्ष्मी ने अशरफ़ के लिए अपनी बेटी तक को भी छोड़ दिया, अपनीं बहन तथा माता से भी रिश्ता तोड़ दिया
वह हर महीने अपनी बेटी को मिलने अपने पति हेमंत की मोबाइल शॉप पर जाती थी
अंतिम बार वह हत्या के 25 दिन पहले गई थी