समरीन बनी प्यार के लिए ‘सुमन यादव’, न सिर्फ अपनाया हिंदू धर्म बल्कि प्रेमी मित्रपाल के साथ हिन्दू रीति-रिवाज के साथ शादी के बंधन में भी बंधी… 

Love Story Of Samreen

Love Story Of Samreen : इन दिनों दूसरे धर्म में प्यार करना नॉर्मल सी बात है लेकिन मुश्किल तो तब आती है जब प्यार को नाम देने की बात होती है। ना जाने कितने ही लोग तो आज भी सिर्फ इसलिए अपने कदम पीछे हटा लेते हैं कि उनका प्यार उनके धर्म का नहीं दूसरे धर्म का पता नहीं घरवालों और समाज वाले इस पर क्या रिऐक्शन दे। लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ऐसे प्रेमी जोड़े की कहानी बड़ी ही तेजी से वायरल हो रहीं हैं जहां दोनों के प्यार किसी धर्म का बंधन तोड़ नहीं पाया। 

मालूम मुस्लिम युवती समरीन और हिन्दू युवक मित्रपाल के बीच काफी लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन इस प्रेम प्रसंग को उसके मुकाम तक पहुंचने में समरीन के घर वाले रिश्ते में अड़ंगा डाले पड़े थे। आखिरकार समरीन ने अपने परिवार वालों को दरकिनार करते हुए अपने प्यार को चुना और फिर मंदिर में समरीन का शुद्धिकरण करवाने के बाद पंडित जी ने दोनों की विधिवत शादी करवा दी। 

गौरतलब हो कि इस शादी के बाद समरीन से सुमन यादव बनी युवती ने कहा कि इस्लाम में महिलाओं की कोई इज्जत नहीं है। आज की तारीख में भी तीन तलाक और हलाला जैसी घिनौनी प्रथाएं मुस्लिम समाज में प्रचलित हैं। मालूम हो कि समरीन हाफिजगंज के सेन्थल स्थित कुआं टांडा गांव की रहने वाली हैं वहीं मित्रपाल इज्जतनगर के भंडसर स्थित बरकापुर गांव का रहने वाला हैं। दोनों साथ रहना चाहते थे।