Shooting : विश्व कप में रिदम – उज्जवल की जोड़ी ने जीता स्वर्ण पदक, 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में किया कमाल
भारत के रिदम सांगवान और उज्जवल मलिक ने आईएसएसएफ विश्व कप 2024 में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। शनिवार को यहां खेले गए मुकाबले में भारतीय निशानेबाजी टीम ने आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल में अर्मेनियाई जोड़ी एल्मिरा करा पेटीयन और बेनिक खलघटयान को 17 – 7 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
रिदम का यह लगातार दूसरा विश्व कप मिश्रित टीम स्वर्ण पदक है। रिदम और उज्जवल की जोड़ी में 580 अंक से आर्मेनिया की जोड़ी से एक अंक पीछे दूसरे स्थान पर जाकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
वही, कजाखस्तान की इरिना यूनूस्मेतोवा को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल किया। अनुराधा 239.9 के स्कोर से कोराकाक्की से 1.2 अंक पीछे रही। पुरुषों के ट्रैप स्पर्धा में कोई भी भारतीय फाइनल तक नहीं पहुंच सका। जोरावर संधू 12वे स्थान पर रहे। महिलाओं की ट्रैप स्पर्धा में राजेश्वरी कुमारी 13वे स्थान पर थी।
क्वालीफिकेशन राउंड में भारतीय जोड़ी ने 580 का स्कोर बनाकर दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि कारपेटीएन – खलघटयान 581 अंकों के साथ 24 निशानेबाजों के बीच में शीर्ष पर रहे। मनु भाकर और रविंद्र सिंह ने 8वे स्थान के लिए 575 का स्कोर हासिल किया और मेडल राउंड में जगह नहीं बना सके।
मनु भाकर ने भी शुक्रवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत राउंड में निराशाजनक प्रदर्शन किया और 18वे स्थान पर रहने के बाद फाइनल में जगह बनाने में असफल रही। इस बीच अर्जुन बाबूता और सोनम मास्कर को 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक मैच में ग्रेट ब्रिटेन के सीयोनैड मैकिन्टोश और डीन बेल से 16 – 14 से हारने के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
इससे पहले ,अर्जुन बाबूता और सोनम मास्कर ने 38 – टीम क्वालीफाइंग राउंड में 632.3 का स्कोर बनाकर शीर्ष स्थान हासिल किया था। नैंसी और पूर्व विश्व चैंपियन रुद्राक्ष पाटिल 627.4 के स्कोर के साथ 20वे स्थान पर रहे। अनुराधा देवी ने शुक्रवार को महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीता था।
एक स्वर्ण पदक और दो रजत पदक के साथ भारत आईएसएसएफ विश्व कप के पहले चरण में शीर्ष पर है। कजाकिस्तान, स्पेन, यूनान, ब्रिटेन और दक्षिण कोरिया ने भी एक-एक स्वर्ण पदक जीता है, लेकिन रजत पदक कम मिले हैं। शनिवार को पुरुष औ महिला ट्रैप स्पर्धा में कोई भी भारतीय निशानेबाज मेडल राउंड में नहीं पहुंच सका।