Snake Bite : साँप काट ले तो झाड़-फूंक और टोना-टोटका छोडकर करे ये उपाय बच जाएगी जान…
अपने देश में साँपों की असंख्य प्रजातियां पाई जाती है. वैसे तो साँप पूरी दुनिया में पाए जाते हैं लेकिन अपने देश में जानकारी के अभाव में अक्सर लोग साँप के काटने से असमय मौत का शिकार बन जाते हैं. वैसे भारत में भी साँप काटने के अधिकांश केस शहरी क्षेत्र से ग्रामीण क्षेत्र में आते हैं. दरअसल ग्रामीण क्षेत्र में अधिकांश लोग का काम खेतों से जुड़ा हुआ होता हैं, ऐसे में सम्भावना अधिक होती है कि साँप के शिकार गांव के लोग बने लेकिन परेशानी तो तब खड़ी होती है जब सांप के काटने से लोग पीड़ित का झाड़-फूंक करवाने में लग जाते हैं.
दरअसल अपने देश में साँपों को लेकर जागरूकता नहीं है इसीलिए लोग पीड़ित का झाड़-फूंक karwane लगते हैं जबकि होना तो ये चाहिए कि पीड़ित या फिर पीड़ित के परिजन सांप काटने के समय को लिखे और अगर संभव हो तो काटने वाले सांप की पहचान के लिए फोटो खींचे. मालूम हो कि सांप काटने पर अधिकांश मौत कम जागरुकता के कारण होता है. लोग आज के समय में भी लोग सांप काटने पर इलाज कराने के बजाय झाड़-फूंक पर विश्वास करते हैं फिर इसी अंधविश्वास के कारण अपने जान से हाथ धों बैठते हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सांप काटने पर समय रहते इलाज कराया जाए, तो 70 फीसदी तक पीड़ित के बचने की संभावना बढ़ जाती है. मालूम हो अक्सर सांप काटने का इलाज सांप के एंटीवेनम से किया जाता है. ऐसे में सांप के काटने पर घबराने के बजाय जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचने की कोशिश होनी चाहिए. इसके साथ ही सांप ने जहां कांटा है उस जगह पर कोई चीरा ना लगाए. न ही उस जगह को कपड़े से बांधे.