एक साल में कितनी बार करवानी चाहिए बाइक की सर्विसिंग, गलती की तो घट सकता है माइलेज
बाइक की सर्विसिंग समय पर करवाना न केवल उसकी उम्र बढ़ाता है, बल्कि माइलेज और परफॉर्मेंस को भी बेहतर बनाए रखता है। अगर सर्विसिंग में लापरवाही बरती जाए, तो इंजन पर ज़्यादा दबाव पड़ता है और माइलेज गिरने लगता है।
बाइक की सर्विसिंग साल में कितनी बार करवानी चाहिए?
आमतौर पर, एक साल में 2 से 4 बार बाइक की सर्विसिंग कराना चाहिए, लेकिन यह कुछ बातों पर निर्भर करता है:

1. नई बाइक (0–2 साल पुरानी):
- हर 3-4 महीने या 2,000–3,000 किमी के बाद सर्विसिंग कराएं।
- शुरू में कंपनियां फ्री सर्विस देती हैं, जो 3–5 बार होती हैं, इन्हें जरूर कराएं।
2. पुरानी बाइक (2 साल से ज़्यादा पुरानी):
- हर 4–6 महीने या 3,000–5,000 किमी के बाद सर्विस करानी चाहिए।
- अगर बाइक ज्यादा चलती है (रोज़ 30–50 किमी), तो हर 3 महीने में सर्विस बेहतर रहेगी।
3. असामान्य परिस्थितियाँ:
अगर आप बाइक को बहुत गर्म, धूल भरे, या बारिश वाले इलाकों में चलाते हैं, तो सर्विसिंग थोड़ी जल्दी करानी चाहिए।
सर्विसिंग में क्या होता है और क्यों जरूरी है?
कार्य | लाभ |
---|---|
इंजन ऑयल बदलना | माइलेज और इंजन लाइफ बेहतर होती है |
एयर फिल्टर सफाई / बदलना | इंजन में साफ हवा जाती है, माइलेज बढ़ता है |
ब्रेक चेक | सुरक्षा और हैंडलिंग में सुधार |
चेन टाइट करना और लुब्रिकेट करना | स्मूद राइड और बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी |
टायर प्रेशर जांचना | माइलेज और ग्रिप में सुधार |
सर्विस में लापरवाही के नतीजे:
- माइलेज में गिरावट (5–15% तक)
- इंजन ओवरहीट होना
- परफॉर्मेंस में कमी
- ज्यादा रिपेयरिंग खर्च
बिलकुल, आइए बाइक सर्विसिंग से जुड़ी कुछ और जरूरी बातों को विस्तार से समझते हैं ताकि आप बिना किसी संदेह के सही देखभाल कर सकें:
बाइक सर्विसिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
1. बाइक सर्विसिंग का शेड्यूल कैसे बनाएं?
बाइक की सर्विसिंग दूरी (किमी) और समय (महीनों) दोनों पर निर्भर करती है।
यहाँ एक सामान्य शेड्यूल दिया गया है:
बाइक चलने की दूरी | सर्विस की आवश्यकता |
---|---|
500–750 किमी (नई बाइक) | पहली सर्विस (फ्री) |
2000–2500 किमी | दूसरी सर्विस |
हर 3000–4000 किमी | नियमित सर्विस |
6 महीने में एक बार | यदि बाइक कम चलती है |
नियम: हर 3000–4000 किमी या 4–6 महीने में एक बार सर्विस जरूरी मानी जाती है।
2. अगर बाइक बहुत कम चलती है तो?
अगर आपकी बाइक महीने में 300–500 किमी से कम चलती है:
- तो भी हर 6 महीने में एक बार सर्विस जरूर करवाएं।
- क्योंकि इंजन ऑयल, ब्रेक फ्लूइड, रबड़ पार्ट्स, बैटरी आदि समय के साथ खराब हो सकते हैं।
3. सर्विसिंग के दौरान कौन-कौन से हिस्सों की जांच होनी चाहिए?
पार्ट्स/सेवा | कार्य |
---|---|
इंजन ऑयल | बदलना |
ऑयल फिल्टर | जांच / बदलना |
एयर फिल्टर | सफाई / बदलना |
स्पार्क प्लग | जांच / जरूरत पर बदलना |
ब्रेक शू / ब्रेक पैड | जांच और सफाई |
चेन सेट | टाइट और लुब्रिकेट करना |
टायर | प्रेशर और घिसाव जांच |
क्लच और गियर | एडजस्टमेंट |
बैटरी | वोल्टेज और वाटर लेवल जांच |
4. सर्विसिंग कहां करवानी चाहिए?
- ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर: अगर बाइक नई है या वारंटी में है तो हमेशा कंपनी के सर्विस सेंटर में ही करवाएं।
- प्राइवेट गैराज: अगर बाइक पुरानी है और आप भरोसेमंद मैकेनिक को जानते हैं, तो ये ऑप्शन भी ठीक है — पर ध्यान दें कि नकली पार्ट्स का इस्तेमाल न हो।
5. बाइक सर्विसिंग की सामान्य लागत (2025 तक):
बाइक की कैटेगरी | अनुमानित खर्च (प्रति सर्विस) |
---|---|
100–125cc (जैसे Hero Splendor, Honda Shine) | ₹400 – ₹800 |
150–200cc (जैसे Pulsar, Apache) | ₹700 – ₹1,200 |
250cc+ या स्पोर्ट्स बाइक | ₹1,500 – ₹3,000+ |
ध्यान दें: अगर पार्ट्स बदलने पड़ें, तो लागत बढ़ सकती है।
स्पेशल टिप्स ताकि माइलेज न गिरे:
- टाइम पर इंजन ऑयल बदलें – पुराना ऑयल इंजन पर ज़ोर डालता है।
- टायर प्रेशर सही रखें – लो प्रेशर से माइलेज कम हो जाती है।
- धीरे एक्सेलरेट करें – तेज स्पीड से अचानक बढ़ाने से फ्यूल खपत ज्यादा होती है।
- बाइक को लंबे समय तक बिना स्टार्ट किए न छोड़ें – इससे बैटरी और फ्यूल सिस्टम प्रभावित होता है।
- अथॉराइज्ड सर्विसिंग रिकॉर्ड रखें – इससे resale value भी अच्छी मिलती है।
निष्कर्ष:
अगर आप चाहते हैं कि आपकी बाइक लंबे समय तक अच्छा माइलेज दे और आपको परेशान न करे, तो साल में कम से कम 3–4 बार सर्विस जरूर कराएं। सर्विस रिकॉर्ड भी बनाए रखें, ताकि जरूरत पर कंपनी वारंटी आदि में कोई दिक्कत न हो।