India Maldives Tension : मालदीव से तनाव के बीच बजट में वित्त मंत्री ने दिया मुइज्जू सरकार को झटका
मालदीव से भारत के साथ टेंशन से संबंधों के बीच लक्षद्वीप को लेकर आखिरी बजट में बड़े ऐलान किए गए हैं। इस बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लक्षद्वीप का भी चर्चा किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में कहा कि देश में घरेलू पर्यटन के लिए पैदा होते उत्साह को देखते हुए लक्षद्वीप सहित हमारे द्वीपों पर बहुत संपर्क पर्यटन के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के लिए परियोजनाएं शुरू की जाएगी। आखिरी केंद्रीय बजट पेश करते हुए उन्होंने यह भी कहा हमारी आर्थिक ताकत ने देश को व्यापार और सम्मेलन पर्यटन के लिए एक आकर्षक गतव्य में बना दिया है। लक्ष्यदीप समेत द्वीपों पर तमाम प्रोजेक्ट की शुरुआत को लेकर किया गया घोषणा मालदीव के लिए किसी झटके जैसा ही है। इससे मालदीव के पर्यटकों की संख्या में कमी आ सकती है, जिसका फायदा लक्ष्यदीप को होगा।
संसद में पर्यटन उद्योग के लिए बजट अनुमान को पिछले बजट में 2% से ज्यादा बढ़ाते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि राज्यों को प्रतिष्ठित पर्यटन केंद्रों के व्यापक विकास, वैश्विक स्तर पर उनकी बॉन्डिंग और मार्केटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। और केंद्र सरकार ऐसा करेगी। वित्तीय वर्ष साल 2024 से 2025 के लिए बजट अनुमान 2,449.62 करोड़ है। वित्त वर्ष 2023 से 2024 में यह 2,400 करोड़ था। हालांकि, 2023 से 2024 के लिए संशोधित अनुमान 1692.10 करोड़ था। मंत्री ने आगे सुविधाओं और सेवाओं की गुणवत्ता के आधार पर केंद्रों की रेटिंग के लिए एक रूपरेखा बनाने का प्रस्ताव रखा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लक्षद्वीप का चर्चा काफी महत्वपूर्ण है। पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने 4 जनवरी को लक्षद्वीप का दौरा किया था। सोशल मीडिया पर उस समय विवाद खड़ा हो गया जब मालदीव के एक मंत्री और कुछ अन्य नेताओं ने लक्षद्वीप के एक प्राचीन समुद्र तट पर पीएम मोदी का एक वीडियो पोस्ट करने के बाद उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद कई भारतीय नागरिकों और टूर ऑपरेटर्स ने मालदीव जाने की अपनी योजना रद्द कर दी। मालदीव सरकार ने भी दबाव में आते हुए तीनों मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया था। हालांकि, इसके बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने चीन का दौरा करते हुए कई अहम समझौते किए थे।
मालदीव को पिछले दिनों तब झटका लगा जब मालदीव आने वाले विदेशी पर्यटकों में पहले सर्वाधिक संख्या भारतीयों की होती थी जो नई दिल्ली और माले के बीच कूटनीतिक विवाद के पिछले कुछ सप्ताह में कम होकर पांचवें स्थान पर आ गई है। मालदीव के पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ो में इस द्विपीय देश की यात्रा करने वाले भारतीय मुसाफिरों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। आखिरी बताते हैं कि पिछले तीन वर्ष में हर साल 2 लाख से ज्यादा भारतीयों ने मालदीव का भ्रमण किया जो कोविड – 19 महामारी के बाद किसी देश के पर्यटकों की सर्वाधिक संख्या है। आंकड़ों के मुताबिक मालदीव में इस साल 28 जनवरी तक 1.74 लाख से अधिक पर्यटक आए हैं जिनमें से केवल 13, 989 भारतीय रहे। इस लिस्ट में रुस अव्वल रहा। जहां 18,561 रूसी पर्यटकों ने मालदीव की यात्रा की। इसके बाद इटली के 18,111, चीन के 16,529 और ब्रिटेन के 14,588 पर्यटकों ने मालदीव का भ्रमण किया।