जब कश्मीर में उरी-पुलवामा करने वालों को निपटा दिया गया, तो फिर वो कौन हैं जो जम्मू में कर रहे है छोटे-छोटे हमले…
Jammu Kashmir Terror Attacks : अभी हाल ही में जम्मू डिवीजन में हुए आतंकी हमलों ने सुरक्षा ढांचे पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं. दरअसल बीते सोमवार को कठुआ में सेना के काफिले पर एक और कायराना हमला आतंकियों ने किया. जिसमें भारत के पांच सैनिक शहीद हो गए. लेकिन इसके ठीक अगले दिन, डोडा में भी मुठभेड़ शुरू हो गई. मालूम हो कि जम्मू डिवीजन जम्मू और कश्मीर में अपेक्षाकृत रूप से शांत रहा है. वायरल वीडियो
लेकिन अब हाल के दिनों में जम्मू डिविजन में हो रहे हमलों की संख्या का बढ़ना सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलते हुए चिंता पैदा करता है. मालूम हो कि 90 के दशक में जम्मू के डोडा, ऊधमपुर, राजौरी और पुंछ जैसे जिले जरूर आतंक के साये में रहे. लेकिन पिछले दो दशक यानी कि 2008-09 से यहां शांति स्थापित हो चुकी थी. फिर आखिर कहां से आतंकियों की सक्रियता शुरू हो गई किसी को समझ नहीं आ रहा है. मालूम हो कि जम्मू डिवीजन की तुलना में कश्मीर के अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा, शोपियां, बडगाम, बांदीपोरा, कुपवाड़ा और गांदरबल जैसे अधिकांश जिले आतंक प्रभावित रहे हैं. वायरल वीडियो
अब कठुआ आतंकी हमला एक ट्रेंड को दिखा रहा है. दरअसल कड़ी सुरक्षा वाले कश्मीर को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के लिए निशाना बनाना काफी मुश्किल हो रहा है. ऐसे में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने जम्मू का रुख कर लिया है. मालूम हो कि बीते कुछ सालों से J&K में हमलों की संख्या बढ़ी है, दरअसल आतंकियों ने अब अपनी रणनीति ही बदली ली है और यही ऐसा होने के पीछे के कारण भी है. वायरल वीडियो