अगले 23 दिन बेहद सावधान रहें इन राशियों के लोग, शुक्र-गोचर से होगा नुकसान
शुक्र का गोचर (Venus Transit) ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना मानी जाती है, और इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। लेकिन आगामी 23 दिनों के दौरान कुछ विशेष राशियों के लिए यह गोचर अशुभ संकेत दे सकता है। इन जातकों को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि धन, स्वास्थ्य, या रिश्तों में कुछ परेशानियाँ आ सकती हैं।
इन राशियों को रहना होगा सावधान:
- वृश्चिक राशि (Scorpio):
रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है। जीवनसाथी या प्रेमी से मतभेद हो सकते हैं। आर्थिक हानि की भी आशंका है। - कुंभ राशि (Aquarius):
अनावश्यक खर्चों में वृद्धि हो सकती है। सेहत को लेकर भी सतर्क रहना होगा। प्रेम संबंधों में दूरी आ सकती है। - सिंह राशि (Leo):
करियर में रुकावटें आ सकती हैं। वरिष्ठों से टकराव से बचें। पारिवारिक जीवन में कलह संभव है। - वृषभ राशि (Taurus):
शुक्र आपकी ही राशि का स्वामी है, लेकिन इसका अशुभ गोचर भावनात्मक अस्थिरता और भ्रम पैदा कर सकता है। - मीन राशि (Pisces):
मानसिक तनाव और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। धन निवेश में सतर्कता बरतें।
क्या करें उपाय?
- माता लक्ष्मी की उपासना करें
- सफेद वस्त्र और चांदी का दान करें
- शुक्रवार को व्रत रखें
- “ॐ शुं शुक्राय नमः” मंत्र का जाप करें
यह रहा शुक्र गोचर के आगामी 23 दिनों का राशि अनुसार प्रभाव — जानिए किन राशियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और किनके लिए यह समय शुभ संकेत लाता है:
🔴 1. मेष (Aries):
प्रभाव: प्रेम जीवन में अनबन संभव है। आर्थिक फैसलों में सावधानी रखें।
उपाय: गुलाबी वस्त्र धारण करें और शुक्रवार को माता लक्ष्मी का पूजन करें।
⚠️ 2. वृषभ (Taurus):
प्रभाव: मानसिक अस्थिरता और रिश्तों में भ्रम बढ़ सकता है।
उपाय: चांदी का दान करें और “ॐ शुं शुक्राय नमः” मंत्र का जाप करें।
✅ 3. मिथुन (Gemini):
प्रभाव: करियर और बिज़नेस में उन्नति के योग हैं। नया निवेश फायदेमंद रहेगा।
उपाय: सुगंधित इत्र का प्रयोग करें और शुक्रवार को मीठा वितरण करें।
✅ 4. कर्क (Cancer):
प्रभाव: पारिवारिक सुख में वृद्धि। प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे।
उपाय: सफेद वस्त्र पहनें और माता लक्ष्मी को खीर चढ़ाएं।
⚠️ 5. सिंह (Leo):
प्रभाव: कार्यक्षेत्र में रुकावटें और अधिकारियों से मतभेद संभव।
उपाय: शुक्रवार को गाय को रोटी खिलाएं और शुक्र मंत्र का जाप करें।
🔴 6. कन्या (Virgo):
प्रभाव: स्वास्थ्य समस्याएं, विशेषकर त्वचा व शुगर संबंधित।
उपाय: तुलसी में जल चढ़ाएं और सफेद मिठाई का दान करें।
✅ 7. तुला (Libra):
प्रभाव: शुक्र आपकी राशि का स्वामी है — वैवाहिक जीवन में मिठास बढ़ेगी, नए अवसर मिलेंगे।
उपाय: चांदी की अंगूठी धारण करें और इत्र का दान करें।
⚠️ 8. वृश्चिक (Scorpio):
प्रभाव: रिश्तों में तनाव, प्रेम जीवन में दूरी।
उपाय: सफेद चंदन का तिलक लगाएं और माता लक्ष्मी की आरती करें।
✅ 9. धनु (Sagittarius):
प्रभाव: भाग्य का साथ मिलेगा, विदेश यात्रा के योग हैं।
उपाय: पीले कपड़े पहनें और गरीबों को मिठाई बांटें।
⚠️ 10. मकर (Capricorn):
प्रभाव: खर्चों में वृद्धि, तनाव की स्थिति।
उपाय: सफेद कमल की माला से शुक्र मंत्र जाप करें।
🔴 11. कुंभ (Aquarius):
प्रभाव: प्रेम जीवन में अनबन, निर्णयों में भ्रम।
उपाय: शुक्रवार को माता लक्ष्मी को गुलाब अर्पित करें।
✅ 12. मीन (Pisces):
प्रभाव: कुछ मानसिक तनाव के बावजूद धनलाभ के संकेत।
उपाय: शुक्रवार को सुगंधित फूलों का दान करें।
रविवार को दोपहर 2:10 बजे तक रहेगा, जब शुक्र वृषभ राशि में प्रवेश करेगा।
📅 शुक्र गोचर की प्रमुख तिथियाँ (2025)
गोचर | तिथि | समय |
---|---|---|
मीन से मेष में | 31 मई 2025 | 11:34 पूर्वाह्न |
मेष से वृषभ में | 29 जून 2025 | 2:10 अपराह्न |
इस अवधि में शुक्र का मेष राशि में गोचर प्रेम, संबंधों, सौंदर्य और विलासिता से जुड़े मामलों में प्रभाव डाल सकता है। यह गोचर कुछ राशियों के लिए लाभकारी हो.
शुक्र गोचर के दौरान जीवन में प्रेम, सुख-सुविधा, धन और सौंदर्य से जुड़े क्षेत्रों में संतुलन बनाए रखने और नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए नीचे दिए गए शुभ उपाय किए जा सकते हैं:
✅ शुक्र गोचर के लिए शुभ उपायों की लिस्ट
- शुक्र बीज मंत्र जाप करें:
ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः
— रोज़ कम से कम 108 बार जाप करें, विशेषकर शुक्रवार को। - सफेद वस्त्र और सुगंधित इत्र का प्रयोग करें:
शुक्र सौंदर्य, आकर्षण और सुगंध का कारक है — इसलिए हर शुक्रवार को सफेद वस्त्र और इत्र धारण करें। - शुक्रवार का व्रत रखें:
सुख-सौंदर्य और दांपत्य जीवन में मिठास लाने के लिए यह अत्यंत शुभ होता है। - चांदी का दान करें:
शुक्रवार को किसी ज़रूरतमंद को चांदी या सफेद वस्त्र दान करें। - गाय को रोटी और गुड़ खिलाएं:
इससे पाप नाश होता है और शुक्र शांत होता है। - सफेद मिठाई का दान करें:
जैसे खीर, रसगुल्ला या पेड़ा — मंदिर या गरीबों को दान करें। - शुक्र यंत्र की स्थापना करें:
घर में पूजाघर में स्थापित करें और नियमित पूजन करें। - माता लक्ष्मी की पूजा करें:
विशेषकर शुक्रवार को कमल का फूल अर्पित करें और लक्ष्मी स्तोत्र या श्रीसूक्त का पाठ करें। - कुंवारी कन्याओं को भोजन कराएं:
विशेषकर शुक्रवार को — इससे शुक्र ग्रह प्रसन्न होता है। - सफेद फूलों और चावल का तिलक करें:
शुक्रवार को सफेद चंदन या चावल का तिलक माथे पर लगाएं।