Swami Prasad Maurya : रामभद्राचार्य को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य का विवादित बयान, कहा वो जीवन और मौत से लड़ रहे हैं, उन्हें….
जिला मुख्यालय में रविवार को आयोजित राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन में बतौर मुख्य गेस्ट सपा नेता व एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया। सम्मेलन में स्वामी प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने रामभद्राचार्य की बीमारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सच्चे भक्त होते तो अस्पताल में नहीं , बल्कि आश्रम में होते। वह जिंदगी और मौत से लड रहे हैं।
इससे साफ है कि विज्ञान ही सच है, यह उनको समझ आ गया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हजारों सालों से आदिवासी, दलित, पिछड़ों का शोषण हो रहा है। उन्हें मंदिर नहीं जाने दिया गया। हमारे समाज के लोग इंजीनियर, डॉक्टर, आईएएस, आईपीएस, ना बन जाए, इसलिए उन्हें पढ़ाई से रोका गया।
यह काम अभी चल रहा है। दलित, पिछड़ों का अधिकार छीना जा रहा है। धर्म के नाम पर समाज को अब नए तरीके से ठगा जा रहा है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन के आयोजक कैलाश बौद्ध, पूर्व विधायक रामसजीवन निर्मल, राजकिशोर बौद्ध, नीरज गौतम, अमरेंद्र गौतम, दिलीप चौधरी, आशीष मौर्य आदि ने मुख्य गेस्ट का भव्य स्वागत किया।
स्वामी प्रसाद मौर्य से मिलने के लिए स्टेज पर एक छात्रा पहुंच गई थी, लेकिन छात्रा को उनसे मिलने नहीं दिया गया। हालांकि वह जिद पर अड़ी रहे। किसी तरह उसे समझाया गया और उसे वहां से उतारा गया। इससे छात्रा काफी नाराज हो गई। आईटीआई के छात्रा ने अनुदेशक के खिलाफ एफआईआर लिखवा रखी है। आरोप है कि अनुदेशक ने उसे परीक्षा नहीं देने दिया।
भारतीय जनता पार्टी के लोगों की आदत है, हमला करना, अराजकता फैलाना। हम मानवतावादी विचारधारा के हैं। इतिहास गवाह है जब भी समाज के महापुरुष आगे बढ़े हैं उन पर कभी पत्थर बरसाए गए तो कभी उनका रास्ता रोका गया। लेकिन महापुरुष रुके नहीं। हम ऐसे लोगों को माफ कर देते हैं, ताकि कभी तो उनकी समझ में आएगा की सही क्या है और गलत क्या है।