दुनिया का इकलौता देश, जहां नहीं हैं एक भी सांप, मिला है स्नेकलेस देश का दर्जा, जानिए सबकुछ
सांप दुनिया के अनोखे जानवरों में से एक माना जाता है. ये करीब छह लाख साल पहले आए महाविनाश के बाद तेजी से पनपे सरीसृपों के वंशज हैं. अपने जहर के लिए मशहूर सांप दुनिया के लगभग हर देश में पाए जाते हैं. भारत को तो दुनिया में सांपों का देश तक कहा जाता रहा है. यह कल्पना करना मुश्किल है कि कोई ऐसा देश भी हो सकता है जहां एक भी सांप ना हो. लेकिन ऐसा नहीं है. दक्षिणी ध्रुव में न्यूजीलैंड ऐसा देश है जहां वास्तव में ऐसा कोई सांप नहीं है. यही कारण है कि इसे सांप रहित देश कहा जाता है.
आज तक जमीन पर नहीं मिला है सांप
सुदूर दक्षिणी ध्रुव में इस द्वीपों के देश जंगली जानवरों की कमी नहीं है और ऐसा भी नहीं है कि यहां सरीसृप नहीं मिलते हैं. फिर भी एक भी सांप नहीं दिखता है. इतना ही नहीं न्यूजीलैंड के आसपास समुद्र में कई प्रकार के सांप देखने को मिलते हैं. फिर भी अभी तक यहां जमीन पर एक भी सांप नहीं मिला है.
हैरानी की बात क्यों
सांप जैसे जानवर के बारे में यह सोचना बहुत मुश्किल है कि पृथ्वी पर कहीं वो गायब भी रह सकते हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि वे विकास में खुद को ढालने के लिए बहुत ही ज्यादा चौंकाते रहे हैं. जितनी इनकी प्रजातियों में विविधता है उतनी ही इनके भोजन में भी विविधता देखने को मिलती है. ऐसे में उनका न्यूजीलैंड जैसे विविधता भरे देश में ना पाया जाना हैरान की बात है.
तो क्या बाहर से भी नहीं आ सकते सांप?
जी हां, यह सवाल भी यहां बहुत उपयुक्त है कि क्या न्यूजीलैंड में लोग बाहर से सांप नहीं ले गए हैं. इसका जवाब जानकर हैरानी होती है कि न्यूजीलैंड में बाहर से सांप लाना प्रतिबंधित है और यहां किसी भी प्रकार के सांप रखना गैरकानूनी है. न्यूजीलैंड सरकार और लोग मानते हैं कि अब सांपों का आना उनके देश के लिए खतरा हो सकता है.
एक रोचक बात यह भी यहां जान लेना जरूरी है कि एक और देश है जिसके बारे में दावा किया जाता है कि आज यहां पर भी एक सांप नहीं है. लेकिन कभी यह सांपों का देश हुआ करता था. यह देश आयरलैंड है. कहा जाता है कि ईसाई धर्म की रक्षा के लिए सेंट पैट्रिक नाम के एक संत ने पूरे देश के सांपों को एक साथ घेर लिया और उन्हें समुद्र में फेंक दिया था.