शनि देव पर तेल चढ़ाते समय ना करें ये गलती, पड़ जाएंगे लेने के देने, शनि की टेढ़ी नजर नहीं छोड़ेगी पीछा
शनि देव की पूजा और तेल चढ़ाने की परंपरा बहुत पुरानी है और विशेष रूप से शनिवार के दिन इनकी पूजा का विशेष महत्व होता है। लेकिन अगर पूजा करते समय कुछ सावधानियाँ नहीं बरती गईं, तो इसका उल्टा असर भी हो सकता है। नीचे बताया गया है कि शनि देव पर तेल चढ़ाते समय कौन-कौन सी गलतियाँ नहीं करनी चाहिए:
तेल चढ़ाते समय ना करें ये गलतियाँ:
- शनि देव का मज़ाक ना उड़ाएं या उन्हें हल्के में ना लें
– शनि देव को न्याय के देवता माना जाता है, वे कर्मों के अनुसार फल देते हैं। उनका अपमान करने से भारी दंड मिल सकता है। - तेल सीधे मूर्ति पर ना चढ़ाएं
– शनि देव की मूर्ति पर सीधे हाथ से तेल डालना वर्जित माना जाता है। पहले लोहे के पात्र में तेल चढ़ाएं, फिर उसे शनिदेव के चरणों में अर्पित करें। - गंदे या मैले कपड़े पहनकर पूजा न करें
– पूजा करते समय स्वच्छ वस्त्र पहनना चाहिए। गंदे कपड़ों में की गई पूजा अपवित्र मानी जाती है। - शनि पूजा के समय मन में द्वेष, घृणा या क्रोध ना रखें
– शनि देव संयम और न्याय के प्रतीक हैं। मन की पवित्रता पूजा का सबसे बड़ा हिस्सा है। - शराब या मांसाहार का सेवन करके शनि मंदिर ना जाएं
– शनि देव की पूजा से पहले सात्विक जीवनशैली अपनाना जरूरी है। अशुद्ध शरीर और मन से पूजा करने से दोष लग सकता है।

- शनिवार के दिन बाल कटवाना या नाखून काटना टालें
– यह दिन शनिदेव को समर्पित है, और ऐसी गतिविधियाँ अशुभ मानी जाती हैं। - काले तिल और सरसों के तेल को अनदेखा न करें
– शनि पूजा में काले तिल और सरसों का तेल अति महत्वपूर्ण होता है। इन्हें अर्पित करना अत्यंत पुण्यदायक होता है।
शुभ उपाय:
– शनिवार को काले वस्त्र पहनें, गरीबों को काले चने, उड़द दाल और तेल का दान करें।
– पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं।
– “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
“शनि की टेढ़ी नजर नहीं छोड़ेगी पीछा” — यह कहावत इस ओर इशारा करती है कि जब शनि देव किसी व्यक्ति पर क्रोधित होते हैं या उनकी दृष्टि (साढ़े साती, ढैय्या या शनि दशा) पड़ती है, तो जीवन में एक के बाद एक कठिनाइयाँ आने लगती हैं। शनि की यह दृष्टि सीधी न होकर टेढ़ी मानी जाती है, यानी अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव डालती है — और वह प्रभाव धीमा मगर गहरा होता है। जब शनि की टेढ़ी नजर पड़ती है, तो:
- कार्य में बार-बार विघ्न आते हैं
- व्यापार या नौकरी में घाटा होता है
- स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ बढ़ती हैं
- मानसिक तनाव, अवसाद और अकेलापन बढ़ सकता है
- कुटुंब में कलह और रिश्तों में खटास आती है
- कानूनी या प्रशासनिक परेशानियाँ खड़ी हो सकती हैं
शनि की कृपा पाने और उनकी टेढ़ी नजर से बचने के उपाय:
- कर्म सुधारें
शनि कर्मों के अनुसार फल देते हैं, इसलिए सच्चाई, ईमानदारी और परोपकार करें। - शनिवार को गरीबों को भोजन और काले वस्त्र दान करें
खासकर विकलांग, अंधे या जरूरतमंदों की सेवा करें। - शनि मंत्र का जाप करें
– “ॐ शं शनैश्चराय नमः”
– “नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥” - पीपल के पेड़ की पूजा करें
शनिवार को पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाएं और दीपक जलाएं। - काले तिल, सरसों का तेल और लोहे से बनी वस्तुओं का दान करें
याद रखें:
शनि देव दंड देने वाले नहीं, बल्कि सुधार करने वाले ग्रह हैं। यदि आप अच्छे कर्म करें, संयम रखें और सेवा-भाव अपनाएं, तो शनि की टेढ़ी नजर भी कृपा में बदल सकती है।
बहुत अच्छा! यदि आप अपनी जन्म कुंडली के अनुसार विशेष शनि उपाय या शनि दोष निवारण अनुष्ठान जानना चाहते हैं, तो कृपया नीचे दिए गए विवरण साझा करें:
जन्म कुंडली की जानकारी (Horoscope Details):
- पूरा नाम:
- जन्म तिथि (Date of Birth):
- जन्म समय (Time of Birth):
- जन्म स्थान (Place of Birth – शहर, राज्य, देश):
इन जानकारियों से मैं यह देख सकूँगा कि:
- आपकी कुंडली में शनि किस भाव में हैं
- क्या साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है
- शनि की दशा या अंतर्दशा कब है
- कौन-से विशेष उपाय आपको करने चाहिए